नई दिल्ली : सर्दियां नज़दीक आते ही राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की समस्या गंभीर हो जाती है. इसी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को रोकने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. हालांकि इस बीच राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की मौजूदा स्थिति क्या है, आइए जानते हैं…
हवा की गुणवत्ता की जांच और मानक जारी करने वाली एजेंसियां बताती हैं कि मौजूदा समय में दिल्ली की आबोहवा संतोषजनक है. मसलन हवा के अलग-अलग कणों का जिस लेवल पर स्तर होना चाहिए ये स्तर उसी लेवल पर हैं या नीचे हैं. लेकिन इसी में अगर आंकड़ों का सही अध्यन किया जाए तो इसमें सितम्बर के शुरुआती दिनों की तुलना में ही काफ़ी बदलाव आए हैं.
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के 1 सितंबर के आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान दिल्ली के द्वारका सेक्टर 8 इलाक़े में एयर क्वालिटी इंडेक्स 39 था. ITO पर यही आंकड़ा 76, लोधी रोड पर 63, और मंदिर मार्ग पर 64 था. 10 सितंबर को द्वारका सेक्टर आठ इलाक़े में एयर क्वालिटी इंडेक्स 79 दर्ज किया गया. आईटीओ पर ये आंकड़ा 69, लोधी रोड पर 80, और मंदिर मार्ग पर 67 था. वहीं आज यानी 25 सितंबर को द्वारका सेक्टर 8 में ये आंकड़ा 68, ITO पर 76, लोधी रोड पर 63 तो मंदिर मार्ग पर 68 है.
दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय कहते हैं कि दिल्ली में हवा का स्तर धीरे-धीरे ख़राब होना शुरू हो गया है. इसी को लेकर सरकार ने विंटर एक्शन प्लान की तैयारी शुरू कर दी है. बताया गया कि 30 सितंबर तक यहां विंटर एक्शन प्लान फ़ाइनल कर लिया जाएगा और एक अक्टूबर से इसे लागू कर दिया जाएगा.
उधर, पराली को प्रदूषण का मुख्य कारण बताने वाली दिल्ली सरकार में प्रणाली के समाधान के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले बायो डी कंपोजर घोल की प्रक्रिया शुरू कर दी है. दिल्ली सरकार का कहना है कि अन्य राज्यों को भी इस घोल का इस्तेमाल करना चाहिए और अगर ऐसा होगा तो राजधानी में प्रदूषण की समस्या नहीं होगी.