नई दिल्ली : रोहिणी की साइबर पुलिस ने कम ब्याज दर पर कर्ज देने के बहाने लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान मुकेश के रूप में की गई है. आरोपी के कब्जे से 14 एटीएम कार्ड, 11 बैंक पासबुक, आठ चेक बुक व सात मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. आरोपी मूल रूप से पंजाब के जालंधर का रहने वाला है. वह पहले एक ऋण वसूली एजेंसी में एजेंट के रूप में काम करता था.
नरेंद्र सिंह नाम के एक व्यक्ति ने साइबर पुलिस को शिकायत दी. उसने बताया कि एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में विज्ञापन देखा था. जिसमें सस्ती दर पर कर्ज दिलवाने की बात कही गई थी. शिकायतकर्ता ने उस नंबर पर फोन किया तो कर्ज के कागजात पूरे कराने के नाम पर 26700 रुपए ले लिए. पैसे लेने के बाद आरोपी एक करोड़ रुपए का ऋण दिलवाने के नाम पर और पैसे मांगने लगा. इसी बात पर नरेंद्र को शक हुआ. इसके बाद उसने पुलिस को इस बात की जानकारी दी.
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पूरे मामले को सुलझाने के लिए साइबर थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर अजय दलाल की देखरेख में एक टीम बनाई गई. जांच के क्रम में पुलिस विज्ञापन एजेंसी के पास पहुंची. जिनके माध्यम से आरोपी राष्ट्रीय अखबारों में विज्ञापन छपवाता था. पता चला कि आरोपी ने अपना पता ही गलत दे रखा था. इसके बाद पुलिस ने उसके खातों को खंगालना शुरू किया. खाता वाराणसी का मिला. खातों को खंगालने के बाद जानकारी मिली कि दूसरे खाते में पैसे भेजे गए थे. वह वहां से पेटीएम के नकली खातों में ट्रांसफर करवाए थे.आखिरकार पुलिस ने मोती नगर इलाके से मुकेश नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
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