नई दिल्ली : जहां महाराष्ट्र में लाल बाग के राजा के दर्शन करने के लिए लोग जाते हैं, वहीं दिल्ली के लाेग कोटला मुबारकपुर में गणेश उत्सव के दौरान कोटला के राजा के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. दरबार को हर रोज अलग अलग अंदाज से सजाया जाता है. दरबार को फूलों एवं फलों से सजाया गया. इन फलों को प्रसाद के रुप में भक्तों को दिया जाएगा.
पिछले 26 साल से इसी तरीके से इस मंदिर में गणेश उत्सव मनाया जाता है और हर बार गणेश जी को अलग-अलग अवतार दिए जाते हैं. जिसके दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ सुबह से लेकर शाम तक वहां आती है और कोटला के राजा के दर्शन करती है. यह उत्सव पूरे 11 दिन चलता है. जब भी भक्त यहां पर दर्शन करने आते हैं तो उन्हें अलग-अलग प्रकार की सजावट देखने को मिलती है.
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यहां के पुजारी ने बताया कि पिछले 26 वर्षों से इसी तरीके से कोटला के राजा की पूजा आराधना अलग-अलग सजावट के साथ की जाती है. हर बार विशेष रूप में गणपति मंदिर में आते हैं और हर बार दरबार भी अलग तरीके से सजाया जाता है. जिसको देखने के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं और आगे भी इसी तरीके से श्री गणेश की कृपा मंदिर पर बनी रहेगी ताे आने वाले वर्षों में भी गणेश उत्सव इसी धूमधाम से मनेगा. हालांकि इस बार कोरोना के चलते कई सावधानियां बरत रहे हैं लोग भी कम आ रहे हैं. मगर लोगों में उत्साह पहले के जैसा ही बना हुआ है.
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कोरोना काल ने पिछले साल से यहां के भव्य आयोजन को छोटा कर दिया है. मूर्ति के आकार छोटे हो गए, पंडाल भी छोटा हो गया. भक्त भी कम आ रहे हैं. कोरोना काे लेकर जारी प्रोटोकॉल का पूर्णतः पालन हो रहा है. भक्तों को विश्वास है कि भगवान गणेश विध्नहर्ता हैं तो इस कोरोना से भी हम सभी को मुक्ति दिलाएंगे और फिर से उसी धूमधाम और उत्साह से गणेश उतसव मनाएंगे.