नई दिल्ली : ईपीसी वर्ल्ड ग्रुप ने इंजीनियरिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन क्षेत्रों के 30 से ज्यादा दिग्गजों को सम्मानित किया है. नई दिल्ली के होटल द अशोक में आयोजित वार्षिक पुरस्कार और मीट-अप की 9वें ईपीसी अवार्ड कंस्ट्रक्शन और इंफ्रा इंडस्ट्रीज के दिग्गजों और ट्रेंडसेटर्स को अवॉर्ड्स दिए गए. कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय संचार राज्य मंत्री देवु सिंह चौहान ने किया. उन्होंने इस आयोजन की तारीफ करते हुए कहा कि ईपीसी वर्ल्ड अवार्ड्स अर्थव्यवस्था के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में उत्कृष्टता और विकास को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रहा है. उन्होंने कंस्ट्रक्शन और इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री के दिग्गजों के योगदान को भी सराहा.
पुरस्कारों की श्रृंखला में लार्सन एंड टुब्रो को 'इंफ्रा कंपनी ऑफ द ईयर' और नुबर्ग इंजीनियरिंग को 'ईपीसी कंपनी ऑफ द ईयर' सम्मान से सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय राज्य संचार मंत्री देवू सिंह चौहान ने कहा कि भारत प्रगति की ओर अग्रसर है और स्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार लगातार कार्य कर रहे हैं और देश में नए-नए हाईवेज तेज गति से बन रहे हैं. देश इसी तेज गति से आगे बढ़ेगा और इतना ही नहीं जब इंफ्रास्ट्रक्चर हमारा ठीक रहेगा तो रोजगार को भी संभावनाएं ज्यादा रहेंगे.
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ईपीसी वर्ल्ड ग्रुप के एडिटर इन चीफ और एमडी तेजस्वी शर्मा ने बताया कि ईपीसी वर्ल्ड ने खुद को इंडस्ट्री के ट्रेंड्स के मुताबिक चलने के लिए प्रतिबद्ध किया है. भविष्य में भी ईपीसी वर्ल्ड मीडिया ग्रुप इंजीनियरिंग, निर्माण और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के ट्रेंडसेटर और गेम चेंजर्स को सामने लाने और सम्मानित करने में अहम भूमिका निभाता रहेगा. वहीं कार्यक्रम के सह—आयोजक अल्वारेज़ एंड मार्सल (एएंडएम) के एमडी वेंकटरमण रंगनाथन ने कहा कि ईपीसी वर्ल्ड अवार्ड्स का प्लेटफॉर्म देश में कोर इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने में शामिल संगठनों और लोगों को पहचानने और सम्मानित करने के लिए अपनी तरह का इकलौता मंच है. कार्यक्रम के दौरान ही इन्फ्रास्ट्रक्चर की फाइनेंसिंग पर 'मनी मैटर्स' शीर्षक और 'डिजिटली फ्यूल परफॉर्मेंस' शीर्षक से इन्फ्रा-निर्माण उद्योग को फाइनेंस करने वाली डिजिटल तकनीकों पर इंटरैक्टिव पैनल डिस्कशन भी हुआ. कार्यक्रम में इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चरल, मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट के विभिन्न क्षेत्रों से 250 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.