नई दिल्ली : मनजिंदर सिंह सिरसा ने प्रेस कांफ्रेंस कर पंजाब के सीएम भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब की सरकार आज ड्रग्स रैकेटर्स को प्रदेश के अंदर बढ़ावा दे रही है. के एस संधू जो ड्रग माफिया के साथ जुड़े हुए हैं, जिसे इसी केस में 2015 में सब-इंस्पेक्टर के पद से डिसमिस कर दिया गया था. उस डिसमिस व्यक्ति को मोहाली डीएसपी के पद पर नियुक्ति करके दिल्ली में भगा को पकड़ने का काम दिया गया, जो कि ड्रग रैकेटियर्स के साथ शामिल रह चुका है. केएस संधू एक ऐसा व्यक्ति जिसने खुद माना है कि उसने 38 लाख रुपये की रिश्वत देकर पंजाब पुलिस में अपनी नौकरी वापस पाई है. ऐसे व्यक्ति को आखिर डीएसपी कैसे नियुक्त किया गया. एक ऑडियो भी इस संबंध में वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि केएस संधू पंजाब में बड़े स्तर पर आरडीएक्स लाने का काम करेगा. अरविंद केजरीवाल एक स्वीट आतंकवादी है. पूरे मामले पर पंजाब सरकार ने एक्शन नहीं लिया तो हाईकोर्ट में बीजेपी उठाएगी मामला.
मनजिंदर सिंह सिरसा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अरविंद केजरीवाल जी अपने आप को स्वीट आतंकवादी कहते हैं वह सही कहते हैं, वह स्वीटेस्ट आतंकवादी हैं. यह उन आतंकियों का साथ दे रहे हैं, जिसे 4 राज्य में ड्रग्स की तस्करी को लेकर पुलिस ढूंढ रही थी, जिसका नाम सरबजीत सिंह है. सरबजीत सिंह माना हुआ ड्रग तस्कर है, जो जेल में है, लेकिन इसकी आज पंजाब सरकार में सबसे ज्यादा चल रही है. उसी के कहने पर पंजाब पुलिस द्वारा 2015 में डिस्मिस किए जा चुके सब इंस्पेक्टर कुलजिंदर सिंह को दोबारा डीएसपी की रैंक पर नियुक्त किया गया है.
इस संबंध में एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें सरबजीत सिंह स्पष्ट तौर पर कह रहा है कि कुलजिंदर सिंह की नियुक्ति पट्टा से हटाकर मोहाली कर दी जाए, वह पंजाब में बड़ी संख्या में आरडीएक्स जैसे विस्फोटक पदार्थ ला सकता है. कुलजिंदर सिंह की नियुक्ति पंजाब पुलिस में मोहाली के डीएसपी पद पर नाम बदलकर कर दी गई है और अब इसका नाम के एस संधू हो गया है, जो बीते दिनों दिल्ली के अंदर बग्गा को पकड़ने आया था.
एक तरफ भगवंत मान कहते हैं पंजाब में नशा खत्म करना है. अरविंद केजरीवाल भी ट्वीट करते कि पंजाब को नशा मुक्त करना है वहीं दूसरी तरफ के एस संधू जैसे व्यक्ति की नियुक्ति की जाती है, जो ड्रग रैकेट के साथ मिला हुआ है. पंजाब सरकार को के एस संधू जैसे व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल में डालने की जरूरत है. 2015 में सब इंस्पेक्टर के पद से डिसमिस किए गए के एस संधू का इतिहास काफी इंटरेस्टिंग है. के एस संधू ने खुद सबके सामने आकर यह बात बताई कि उन्होंने पंजाब पुलिस में पद पर वापस आने के लिए 38 लाख रुपये की रिश्वत दी है. बकायदा मोहाली के अंदर इस पूरे मामले को लेकर मुकदमा भी दर्ज कराया गया है.