नई दिल्ली : दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 33 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें तबरेज के साथ अन्य दो आरोपी ज़हीर, आनबुल को गिरफ्तार किया है. तबरेज जहांगीरपुरी इलाके में अमन कमेटी का सदस्य है. तबरेज पुलिस के साथ मिलकर इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोगों से अपील भी कर रहा था, लेकिन क्राइम की जांच आगे बढ़ी तो पुलिस ने तबरेज पर भी शिकंजा कस लिया.
क्राइम ब्रांच ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले से जुड़े अन्य तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो हिंसा के दौरान पुलिस के साथ मिलकर दोनों पक्षों के बीच मीटिंग कराने पर जोर दे रहे थे. साथ ही हर कार्रवाई में पुलिस के साथ थे. अमन कमेटी की मीटिंग में भाजपा की निगम पार्षद गरिमा गुप्ता जब अपनी बात रख रही थीं, तो वहां तबरेज की ओर से विरोध जताया गया. इलाके के लोगों ने नाम न बताने की शर्त पर जानकारी दी कि तबरेज दोनों पक्षों के बीच में हिंसा कराने में मुख्य आरोपी भी है.
एक निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में यह बात भी सामने आई थी कि अंसार तो केवल एक मोहरा है, जबकि तबरेज घटना का मुख्य आरोपी है, जो इलाके में लोगों से शांति बहाल करने की अपील के नाम पर ढोंग कर रहा है. अब क्राइम ब्रांच ने आरोपी तबरेज को गिरफ्तार कर लिया है, जो इलाके में साफ छवि वाले शख्स के रूप में जाना जाता है.
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वहीं, नार्थवेस्ट जिले की डीसीपी उषा रंगनानी ने कहा कि मीडिया में एक खबर प्रसारित की जा रही है कि थाना जहांगीरपुरी इलाके में बीती 16 अप्रैल के दंगा मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तबरेज आलम नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. यह भी बताया जा रहा है कि तबरेज जहांगीरपुरी की शांति अमन समिति का सदस्य है. सांप्रदायिक सद्भाव और शांति का संदेश देने के लिए जहांगीरपुरी क्षेत्र में 20 अप्रैल को निकाली गई तिरंगा यात्रा के आयोजकों में से तबरेज एक था. इस बारे में यह स्पष्ट किया जाता है कि जहांगीरपुरी में दंगों के बाद, पुलिस की क्षेत्र में शांति और व्यवस्था स्थापित करने में बहुत ही केंद्रित भूमिका थी. इस दौरान सभी समुदायों के लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की गयी थी. यदि जांच के दौरान किसी की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है, तो उसे कानूनी तरीके से निपटाया जाता है. भले ही उसने स्थानीय पुलिस को क्षेत्र में दंगों के बाद शांति और सद्भाव स्थापित करने में मदद की हो.