नई दिल्ली: दिल्ली में अभी तक युवाओं और नौजवानों को शिकार बनाने वाला कोरोना वायरस अब ज्यादातर बुजुर्गों और कम इम्युनिटी वाले लोगों को अपना शिकार बनाने लगा है. राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की माने तो ऐसे मरीजों की मृत्यु दर भी अन्य मरीजों के मुकाबले 50 फीसदी से भी ज्यादा है.
रोजाना भर्ती हो रहे हैं 20 से ज्यादा मरीज
पूर्वी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पिछले एक सप्ताह में राजीव गांधी अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में 15-20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है.
यहां पहले रोजाना 17-18 नए मरीज भर्ती हो रहे थे, जो पिछले एक सप्ताह में बढ़कर अब 22-23 के करीब हो गए हैं. अस्पताल का कहना है कि यहां मरीजों के ठीक होने का औसत समय 12 दिन है.
60 साल से ज्यादा उम्र के लोग हो रहे हैं शिकार
अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉक्टर अजित जैन बताते हैं कि जब उनके अस्पताल में कोरोना के मरीज आने शुरू हुए थे, तब उनमे से अधिकांश युवा थे पर जैसे-जैसे समय बढ़ता गया वैसे-वैसे ज्यादा उम्र के मरीजों के आने की संख्या बढ़ने लगी है.
वर्तमान में उनके अस्पताल में कोरोना के करीब 270 मरीज भर्ती हैं. इनमें से ऐसे मरीजों की संख्या आधे से ज्यादा हैं, जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा है. साथ ही वे पहले से हार्ट, किडनी, शुगर या सांस की बीमारी से पीड़ित हैं. ऐसे मरीजों की मृत्यु दर भी अन्य मरीजों से ज्यादा है.