साइबर अपराध को कैसे रोकेगा नया पुलिस स्टेशन, सुनिए एक्सपर्ट की जुबानी

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Published : Dec 6, 2021, 7:24 PM IST

Cyber Police Station in delhi

साइबर अपराध के मामले (Cyber Cases in delhi) को रोकना बेहद चुनौतीपूर्ण है. इस चुनौती से निपटने के लिए दिल्ली में 15 विशेष पुलिस स्टेशन खोले गए हैं. प्रत्येक जिले में इसे साइबर पुलिस स्टेशन के नाम से खोला गया है.

नई दिल्ली : देशभर में साइबर अपराध (Cyber Cases in delhi) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. पुलिस के लिए इन्हें रोकना बेहद चुनौतीपूर्ण है. इस चुनौती से निपटने के लिये राजधानी में 15 विशेष पुलिस स्टेशन खोले गए हैं. प्रत्येक जिले में इसे साइबर पुलिस स्टेशन (Cyber Police Station in delhi) के नाम से खोला गया है. साइबर एक्सपर्ट मोहित यादव की माने तो पुलिस का यह कदम जनता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. उन्हें लगता है कि इन थानों के खुलने से निश्चित तौर पर साइबर अपराध में कमी आएगी.

जानकारी के अनुसार राजधानी में साइबर अपराध (Cyber crime in Delhi) से निपटने के लिए पहले प्रत्येक जिले में साइबर सेल (Cyber Cell in Delhi) बनाया गया था. इसमें तैनात पुलिसकर्मी जिले में होने वाले साइबर अपराध की जांच करते थे. वहीं शिकायतकर्ता अपने मामले में जानकारी पाने के लिए थाने के चक्कर काटते रहते थे. कई बार तो साइबर अपराध (Cyber crime in Delhi) के मामलों में क्षेत्र का विवाद भी थानों के बीच रहता था. इन समस्याओं का समाधान करने के लिए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने प्रत्येक जिले में एक साइबर पुलिस स्टेशन (Cyber Police Station in delhi) खोला है. यहां पर जिले में होने वाले सभी साइबर अपराध की एफआईआर दर्ज होगी. यहां तैनात पुलिसकर्मी इसकी जांच करेंगे और अपराधियों को गिरफ्तार करेंगे.

दिल्ली में खुला साइबर पुलिस स्टेशन
साइबर एक्सपर्ट मोहित यादव इसे पुलिस का एक महत्वपूर्ण कदम मान रहे हैं. उन्होंने बताया कि बीते 30 नवंबर तक साइबर फ्रॉड के मामले लोकल थाने में दर्ज होते थे. वहां जिसके पास जांच की जिम्मेदारी होती, उसे साइबर अपराध का ज्यादा ज्ञान नहीं होता था. इसकी वजह से ऐसे मामले सुलझाना बहुत ही मुश्किल हो जाता था. लेकिन अब इन साइबर पुलिस स्टेशन में उन्हें तैनात किया गया है जो इस विषय पर काफी जानकारी रखते हैं. थानों को अत्याधुनिक उपकरण एवं सॉफ्टवेयर से लैस किया गया है. इनकी मदद से साइबर अपराधियों तक पहुंचना पुलिस के लिए ज्यादा मुश्किल नहीं होगा. साइबर अपराधी जब बड़ी संख्या में गिरफ्तार होने लगेंगे तो निश्चित तौर पर ऐसे अपराधों में कमी देखने को मिलेगी.

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मोहित यादव ने बताया कि अपनी शिकायत दर्ज करवाने के लिए पीड़ित लोगों को अब भटकना नहीं पड़ेगा. लोगों को यह विश्वास भी होगा कि उनके मामले को सुलझाने के लिए पुलिस मेहनत करेगी जो उन्हें लोकल पुलिस पर नहीं था. उन्होंने बताया कि साइबर अपराधियों को पकड़ने के साथ ही लोगों को जागरूक करना भी इनकी जिम्मेदारी होगी. विभिन्न तरह के साइबर अपराध को लेकर पहले भी पुलिस जागरूकता अभियान चलाती रही है. उन्हें उम्मीद है कि इन थानों के खुलने से ऐसे जागरूकता अभियान में तेजी आएगी. लोग अगर जागरूक होंगे तो वह साइबर अपराध का शिकार नहीं होंगे.

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