नई दिल्ली : बाहरी दिल्ली के मुंडका में कल शाम उस वक़्त अफरा-तफरी का माहौल हो गया था, जब इलाके के एक चार मंजिला इमारत में अचानक आग लग गयी थी. आग इतनी भीषण थी कि काफी लोग इस आग में फंस गए थे. हालांकि फायर कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और कई जिंदगियां भी बचा ली, लेकिन वो इस बिल्डिंग में रखे लाखों के सामानों को जलने से नहीं बचा पाए.
आग इतनी भीषण थी कि जब तक बिल्डिंग में मौजूद लोगों को निकाला गया, तब तक 27 लोगों की जलकर दर्दनाक मौत हो गयी और 12 लोग इसकी आग की चपेट में आ कर झुलस गए. बिल्डिंग की कूलिंग के बाद FSL की टीम पहुंच कर हादसे के कारणों की जांच की सैम्पलों को कलेक्ट किया. FSL की डायरेक्टर दीपा वर्मा के अनुसार, FSL के वरिष्ठ विशेषज्ञों की दो टीमों को मौके पर भेजा गया. उन्होंने चीजों की पहचान कर सैम्पल कलेक्ट किया, जिससे उसकी पहचान हो सके.
FSL की टीम ने सैम्पल कलेक्ट करने में पुलिस की सहायता की, जिसे बाद में जांच अधिकारी को सौंप दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मनुष्यों के जले हुए अवशेष भी मिले हैं. इसलिए संभवत: मृतक की पहचान के लिए फोरेंसिक DNA जांच की जाएगी. क्राइम सीन क्राइम के प्रमुख एसके गुप्ता ने कहा कि आग से संबंधित घटना स्थलों पर शवों का पता लगा कर इकट्ठा करना और संभालना बहुत मुश्किल है. घटनास्थल पर जले हुए अवशेष, शरीर के टिश्यू की तरह जले हुए दिखते हैं और अक्सर हड्डियां, विशेष रूप से, फीकी पड़ जाती हैं, भंगुर हो जाती हैं और अत्यधिक खंडित हो जाती हैं.
सहायक जनसम्पर्क अधिकारी डॉ रजनीश सिंह ने बताया कि भवन के सभी तलों पर आग का प्रभाव गंभीर है. जिस कारण शवों के अवशेष कई बार छूट और नष्ट हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों के लिए अपराध स्थल पर इन अवशेषों को पहचानना और एकत्र करना बहुत चुनौतीपूर्ण है. हालांकि घटनास्थल का विस्तृत निरीक्षण किया जा रहा है और जो भी प्रदर्शन एकत्र किए हैं. उन्हें जांच अधिकारी को सौंप दिया गया है. चूंकि यह एक बड़ा क्षेत्र है. इसलिए दृश्य की पूरी जांच में समय लगेगा.