फेफड़ों के लिए खतरनाक डेल्टा प्लस वेरिएंट, एक्सपर्ट से जानिए...

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Published : Jul 1, 2021, 1:07 AM IST

expert telling how to prevent covid 19 delta plus variant

देशभर में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है. एक्सपर्ट ने भी इस वेरिएंट को फेफड़ों के लिए ज्यादा खतरनाक और संक्रामक बता रहे हैं. एसे में इस वेरिएंट के खतरे से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए क्या-क्या किया जा सकता है, इसकी जानकारी दे रहे हैं पल्मनोलॉजिस्ट डॉक्टर भगवान मंत्री.

नई दिल्ली: देशभर में डेल्टा प्लस वेरिएंट का खतरा लगातार बढ़ते जा रहा है. वहीं एक्सपर्ट इस वेरिएंट को फेफड़ों के लिए ज्यादा खतरनाक बता रहे हैं, दूसरे वेरिएंट की तुलना में डेल्टा प्लस वेरिएंट का फेफड़ों के उत्तकों से जुड़ाव मिला है, नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑफ इम्यूनाइजेशन ऑफ इंडिया (NTAGI) ने इस बात की पुष्टि की है, उनकी तरफ से कहा गया है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट अन्य वेरिएंट की तुलना में फेफड़ों की कोशिकाओं पर तेजी से चिपकता है, ऐसे में यह कितना खतरनाक हो सकता है या फिर इस वेरिएंट से कैसे हम अपने फेफड़ों का बचाव कर सकते हैं, इसे लेकर ईटीवी भारत ने पल्मनोलॉजिस्ट डॉक्टर भगवान मंत्री से जानकारी ली.

वेरिएंट ऑफ कंसर्न

दिल्ली के मूलचंद अस्पताल के पल्मनोलॉजिस्ट डॉ. भगवान ने बताया कि किसी भी वायरस में म्यूटेशन होना आम बात है. समय के साथ-साथ वायरस में म्यूटेशन होना स्वाभाविक होता है, और वायरस अपना रूप बदलते जाता है. शुरुआत में हमने अल्फा वैरिएंट ऑफ कंसर्न, बीटा वेरिएंट, गामा वेरिएंट, और डेल्टा वेरिएंट का भी खतरा देखने को मिला और अब डेल्टा प्लस वेरिएंट के देशभर में मामले सामने आ रहे हैं, जिसके बाद डब्ल्यूएचओ और केंद्र सरकार ने इस वेरिएंट को 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' घोषित कर दिया है, जिसका साफ तौर पर यही मतलब है कि यह वेरिएंट पहले के मुकाबले ज्यादा खतरनाक है और तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है.

डेल्टा प्लस को लेकर एक्सपर्ट की राय

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ब्रीथिंग एक्सरसाइज से फेफड़े रहेंगे स्वस्थ

डॉक्टर भगवान ने बताया कि यह वेरिएंट फेफड़ों से जुड़ी बीमारी के मरीजों के लिए ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि यह वेरिएंट फेफड़ों की कोशिकाओं से तेजी से चिपकता है, ऐसे में उन मरीजों को ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता है. डॉक्टर ने बताया कि फेफड़ों को स्वस्थ रखना बेहद आवश्यक है, क्योंकि फेफड़े ही हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाते हैं और यदि शरीर के किसी भी अंग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंचता है, तो हमें परेशानी हो सकती है, इसके लिए फेफड़ों को स्वस्थ रखना जरूरी है, जिसके लिए आप पौष्टिक आहार लें, साथ ही ब्रीथिंग एक्सरसाइज से आपके फेफड़ों को मजबूत रहते हैं, हर एक व्यक्ति को सुबह और शाम 10:00 से 15 मिनट ब्रीथिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए.

भाप लेना अनिवार्य नहीं...

इसके साथ ही क्या स्टीम लेने से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं, इस सवाल को लेकर पल्मनोलॉजिस्ट डॉक्टर भगवान ने जवाब दिया कि कभी भी कोरोना से बचाव के लिए भाप लेना गाइडलाइन में शामिल नहीं किया गया है. यह खासतौर पर डॉक्टर की ओर से ही मरीज को सलाह दी जाती है. हर एक व्यक्ति को हर वक्त भाप लेना जरूरी नहीं है, क्योंकि ज्यादा भाप लेने से कई लोगों को अलग-अलग परेशानियां देखने को मिली है. वहीं मौजूदा समय में जब तापमान लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में भाप लेना अनिवार्य नहीं है इसके जगह आप ब्रीथिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं.

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