नई दिल्ली: जेएनयू एबीवीपी इकाई अध्यक्ष रोहित कुमार ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि कोविड-19 में हो रहे सुधार के साथ अब विश्वविद्यालय में 90 फ़ीसदी से अधिक छात्र आ चुके हैं. विश्वविद्यालय से आने वाले छात्रों की हॉस्टल को लेकर एबीवीपी ने लंबा संघर्ष किया तब जाकर विश्वविद्यालय में आने वाले छात्रों को हॉस्टल की सुविधा मिल पा रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यूजी, पीजी और पीएचडी में छात्रों को बदले हुए नियम के साथ एडमिशन मिलेगा. इसे ध्यान में रखते हुए छात्रों को निशुल्क क्रैश कोर्स कराया जा रहा है. जिसमें अब तक स्नातक पाठ्यक्रम में 3500 से अधिक और पीजी में 2,000 से अधिक छात्र जोड़ चुके हैं. छात्रों को नि:शुल्क सहायता के साथ स्टडी मैटेरियल मुहैया कराने के साथ दाखिले से जुड़ी हर परेशानी को दूर किया जा रहा है.
वहीं रोहित कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में हॉस्टल की स्थिति काफी दयनीय है. विश्वविद्यालय प्रशासन से हॉस्टल को दुरुस्त करने के लिए कई बार शिकायत किया जा चुका है. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में हॉस्टल की हालत इतनी खराब हो जाती है कि छत से पानी टपकने लगता है. साथ ही कहा कि पिछले दिनों हॉस्टल मरम्मत के लिए 58 करोड़ से अधिक रुपए जारी भी हुए थे. लेकिन अभी तक वह दिखाई नहीं दे रहे हैं. साथ ही कहा कि करीब चार से पांच साल पहले विश्वविद्यालय में नए हॉस्टल की निर्माण का कार्य भी शुरू हुआ था. लेकिन अब तक नहीं पता हॉस्टल के निर्माण की क्या स्थिति है. अगर यह हॉस्टल समय पर बन गए तो कुछ हद तक छात्रों को महंगे पीजी में रहने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता.
इसे भी पढ़ेंः जेएनयू में सुरक्षा सबसे बड़ा सवाल, कामन एंट्रेंस में ढेराें खामियां: आइशी घोष
वहीं रोहित कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में सिक्योरिटी बहुत बड़ी समस्या बन गई है. उन्होंने कहा कि जब से मौजूदा सिक्योरिटी कंपनी को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है. विश्वविद्यालय में चोरी के मामले रोज़ सुनाई पड़ते हैं. कोई भी विश्वविद्यालय में बिना जांच के प्रवेश कर लेता है. मौजूदा सुरक्षा कंपनी की वजह से विश्वविद्यालय में सुरक्षा भगवान भरोसे हो गई है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि एबीवीपी की मांग के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने मौजूदा सुरक्षा कंपनी को बदलने का जो निर्णय लिया है वह स्वागत योग्य कदम है. इसके अलावा जेएनयू एबीवीपी इकाई अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में सेक्सुअल हैरेसमेंट के मामले काफी बढ़ गए हैं इस मामले को विश्वविद्यालय प्रशासन को गंभीरता से लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो भी इस मामले में दोषी हो उस व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने रामनवमी के दिन हुई घटना पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.