सड़क पर जमी धूल, निगम का पैसा साफ कर रही मैकेनिकल स्वीपर मशीन

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Published : Sep 24, 2021, 12:45 PM IST

mechanical sweeper machine

पूर्वी दिल्ली नगर निगम के सफाई इंस्पेक्टर मुकेश वैद ने सड़कों पर जमा धूल की सफाई के लिए खरीदी गई मैकेनिकल स्वीपर मशीन के संचालन पर सवाल उठाते हुए रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें बताया गया है कि निगम द्वारा मशीन के संचालन के लिए निजी कंपनी को लाखों रुपये दिया जा रहा है, लेकिन कंपनी सही ढंग से संचालन नहीं कर पा रही है.

नई दिल्ली: वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से पूर्वी दिल्ली नगर निगम की तरफ से सड़को पर जमा धूल की सफाई के लिए खरीदी गई मैकेनिकल स्वीपर मशीन के संचालन को लेकर सवाल उठ रहा है. निगम के सफाई इंस्पेक्टर मुकेश वैध ने स्वीपर मशीन के निजी कंपनी द्वारा संचालन पर सवाल उठाते हुए रिपोर्ट सौंपी है.

बता दें कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने वायु प्रदूषण के रोकथाम के लिए 10 मैकेनिकल स्वीपर मशीन खरीदा है. निगम ने सभी मैकेनिकल स्वीपर मशीन के संचालन और देखरेख का काम निजी हाथों को सौपा है. निगम कंपनी को एक मैकेनिकल स्वीपर मशीन के संचालन के लिए करीब 26000 रोजाना देती है, जिमसें डीजल भी शामिल है.

निगम का पैसा साफ कर रही मैकेनिकल स्वीपर मशीन
मुकेश वैध ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उनकी ड्यूटी मैकेनिकल स्विपर मशीन पर लगी थी. इस दौरान उन्होंने पाया कि निगम का लाखों रुपया रोज़ाना स्वीपर मशीन के संचालन के लिए निजी कंपनी को दिया जाता है, लेकिन निजी कंपनी सही ढंग से स्वीपर मशीन का संचालन नहीं कर पा रहा है. मशीन सड़क से धूल साफ करने के बजाए सड़क पर धूल फैलती है. निर्धारित दूरी पर भी रोजाना सफाई नहीं होती है, आए दिन मशीन खराब बताया जाता है. कंपनी के स्टाफ लापरवाही बरतते है.

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इस मामले में मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि टेंडर प्रक्रिया के तहत निजी कंपनी को मैकेनिकल स्वीपर मशीन के संचालन का काम दिया गया है. निगम का उद्देश्य सड़को पर जमा धूल को साफ करना और लोगों को वायु प्रदूषण से बचाना है. कंपनी की शिकायत मिली है, जिसकी जांच के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है.

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