नई दिल्ली : विश्व भर में 23 जून को अंतर्राष्ट्रीय विधवा महिला दिवस मनाया गया. समाज में विधवा महिलाओं को सरकार से विधवा पेंशन लेने के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ रही है. अभी भी कई ऐसी महिलाएं हैं जिनको सालों से पेंशन नहीं मिली है. विधवा महिला दिवस के अवसर पर आरटीआई एक्टिविस्ट व समाजसेवी हरपाल राणा ने विधवा महिलाओं की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि महिला आयोग को भी संज्ञान लेते हुए विधवा महिलाओं के उत्थान के लिए काम करना चाहिए. विधवा महिला आयोग का गठन करना चाहिए. जहां पर महिलाओं की आवाजों को सुना जा सके.
हरपाल राणा की मांग है कि विधवा महिलाओं के लिए देश में विधवा महिला आयोग का गठन होना चाहिए. साथ ही रेलवे और बस जैसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट में फ्री सुविधाएं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि गाड़ी चलने के लिए दो पहियों की जरूरत होती है. एक पहिए से गाड़ी नहीं चल सकती. जिस महिला के पति की मौत हो गई, वह महिला बच्चों की केयर करें या बच्चों को पढ़ाएं या घर का काम संभाले या वह रोजगार की तलाश में जाए. एक बड़ी समस्या उसके सामने खड़ी हो जाती है.
ये भी पढ़ें : दिल्ली के बदरपुर में स्पेशल सेल ने किया एनकाउंटर, एक लाख का ईनामी बदमाश गिरफ्तार
विधवा महिलाओं की सहायता के लिए समाजसेवी पिछले कई वर्षों से सभी राज्य सरकारों व केंद्र सरकार से पत्राचार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कई विधवा महिलाएं उनके संपर्क में जिनके लिए वह लगातार आवाज उठा रहे हैं. जो पिछले 4 सालों से पेंशन के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रही है, लेकिन संबंधित अधिकारी किसी न किसी कारण की कमी बताकर उनकी पेंशन से मना कर देते हैं.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप