नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में तमाम सामाजिक संगठन और सिविक एजेंसियों द्वारा नशे के खिलाफ एक विशेष अभियान छेड़ा गया है. ताकि लोगों को नशे के प्रति जागरूक कर उन्हें नशे से दूर रखा जा सके. इसी फेहरिस्त में झुग्गी बस्तियों में रहने वाले किशोरों और युवाओं को नशे और अपराध से बचाने के लिए भारत सरकार के "नशा मुक्त भारत" अभियान चलाया.
जिसके अंतर्गत बाहरी जिला दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर लाडली फाउंडेशन का तरफ से राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संस्थान के सौजन्य से जोश नाम की एक बहुत ही अनूठी पहल की शुरुआत की, जिसके अंतर्गत एक हजार से अधिक युवाओं को विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस के माध्यम से चिन्हित करके पिछले 3 महीने से उन्हें वॉलीबॉल, योग, फिटनेस डांस के प्रशिक्षण द्वारा उन्हें शाम के समय नशे की आदत और आपराधिक गतिविधियों से दूर रखा जा रहा है.
इस कार्यक्रम के अंतर्गत ही बाहरी जिला डीसीपी ऑफिस के वॉलीबॉल कोट में एक विशेष टूर्नामेंट का आयोजन किया गया, जिसमें उपायुक्त परविंदर सिंह द्वारा टॉस करके इसकी शुरुआत की गई. साथ ही अतिरिक्त उपायुक्त आनंद कुमार मिश्रा द्वारा युवाओं से मिलकर उन्हें नशे की राह को छोड़ कर जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और अपने अनुभवों को साझा किए. साथ ही खेल, अनुशासन, टीम की उपयोगिता एवं समाज में उनकी व उनके परिवार की प्रतिष्ठा का महत्व भी समझाया.
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इसके अलावा दिल्ली पुलिस के युवा कार्यक्रम के माध्यम से उनको कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर एक अच्छी नौकरी दिलाने के लिए भी हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया. कार्यक्रम में अस्मिता थिएटर के द्वारा विशेष नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया.
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बहरहाल आज कई सामाजिक संस्था द्वारा नशे के खिलाफ कई अभियान चलाए जा रहे हैं. बावजूद इसके अब भी नशे का मकड़जाल समाप्त नहीं हो पाया है. लिहाजा देखना लाज़मी होगा कि दिल्ली पुलिस द्वारा शुरू किया गया यह अभियान कितना कारगर साबित हो पाता है.