नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों में कार्यरत लगभग 20 हजार अतिथि शिक्षकों के लिए राहत की खबर है. शिक्षा निदेशालय ने अतिथि शिक्षकों की री-ज्वाइनिंग को लेकर सर्कुलर जारी कर दिया है. जारी किए गए सर्कुलर के मुताबिक ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद एक जुलाई से स्कूल खुलने पर अतिथि शिक्षकों को रिपोर्ट करनी होगी. इस दौरान अगर कोई अतिथि शिक्षक तीन कार्य दिवस के दौरान स्कूल रिपोर्ट नहीं करने आता है तो यह समझा जाएगा कि वह कार्य करने के लिए इच्छुक नहीं है.
दिल्ली शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए सर्कुलर में कहा गया है कि 11 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा की थी. इस दौरान दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकों की सेवा खत्म कर दी गई थी. जारी किए गए सर्कुलर के मुताबिक एक जुलाई से अतिथि शिक्षकों की सेवा फिर से बहाल कर दी गई है. इसके अलावा जारी किए गए सर्कुलर में कहा गया है कि जिन शिक्षकों को खराब आचरण, व्यवहार, बिना इजाजत छुट्टी पर रहने, खराब प्रदर्शन और इस्तीफा देने के कारण जिनकी सेवा खत्म कर दी गई थी उन पर लागू नहीं होगा.
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दिल्ली शिक्षा निदेशालय के इस आदेश को लेकर ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन के महासचिव शोएब राणा ने कहा कि यह आदेश अतिथि शिक्षकों के लिए बड़ी राहत है. लेकिन पिछले छह साल से अतिथि शिक्षकों की सैलरी नहीं बढ़ी है. जबकि गत वर्ष दिसंबर माह में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शिक्षा निदेशक को अतिथि शिक्षकों की सैलरी बढ़ाने के निर्देश दिए थे. पर छह माह बीत जाने के बाद भी अतिथि शिक्षकों की सैलरी नहीं बढ़ी है. महंगाई दिन-ब-दिन आसमान छू रही है. इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अतिथि शिक्षकों की जॉब सिक्योरिटी का भी प्रावधान करे.