नई दिल्ली : कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिए सरकार वैक्सीनेशन पर ध्यान दे रही है. केंद्र सरकार द्वारा इसके लिये बकायदा महाअभियान चलाया है. आज देश भर में करीब 60 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है, लेकिन अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्हें वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लग सकी है. दिल्ली की फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूरों को अभी तक वैक्सीन नहीं लगी है. इन फैक्ट्रियों में काम करने वाले अधिकांश मजदूर दूसरे राज्यों से हैं. नरेला इंडस्ट्रियल वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव आशीष गर्ग ने एक संस्था के माध्यम से फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों को वैक्सीन लगवाने के लिए संपर्क किया है.
आशीष गर्ग ने बताया कि नरेला में बनी सैकड़ों फैक्ट्रियों में हजारों की संख्या में मजदूर काम करते हैं. सभी मजदूर बाहरी राज्यों के रहने वाले हैं और दिल्ली में रहकर काम करते हैं. इनके गांवों में कई लोगों को वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं लगी है. उन्होंने कहा कि करीब 4 महीने बाद दिल्ली सरकार ने अनलॉक की प्रक्रिया के तहत लॉकडाउन की पाबंदियां हटा दी हैं. जिसके बाद फैक्ट्रियों में पहले की तरह काम चलने की संभावना है. कोरोना महामारी की तीसरी लहर का डर इस कदर है कि फैक्ट्री मालिक भी अन्य संस्थाओं के माध्यम से मजदूरों को वैक्सीन लगवाने के लिए भेज रहे हैं.
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24×7 हेल्थकेयर संस्था के पदाधिकारी ने फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों से आसपास के लोगों को खतरा बताया. दरअसल संस्था ने एक सर्वे कराया है जिसमें पता चला है कि ज्यादातर मजदूरों को वैक्सीन नहीं लगी है. जिनमें कई मजदूर ऐसे हैं जो रोज फैक्ट्री जा रहे हैं. और काम कर रहे हैं. इन मजदीरों को वैक्ससीन का एक भी डोज नहीं लगा है. ऐसे मजदूरों के वैक्सीनेशन के लिए 30 अगस्त तक व्यवस्था की गई है. भारत में कोरोना महामारी की तीसरी लहर की संभावना की वजह से सरकार लोगों को जागरूक कर रही है. इसके साथ फैक्ट्री मालिक अपनी फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों के वैक्सीनेशन की व्यवस्था कर रहे हैं.
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नरेला और उसके आसपास के औद्योगिक इकाईयों में काम करने वाले मजदूर नरेला स्थित आईटीआई में बने वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंच रहे हैं. यहां पर रोजाना 300 से ज्यादा मजदूरों को वैक्सीन लगाई जा रही है. जरूरत पड़ने पर इस मुहिम को 30 अगस्त से आगे भी बढ़ाया जा सकता है. फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि जैसे ही उन्हें वैक्सीनेशन के इस अभियान के बारे में पता चला, वे तुरंत वैक्सीनेशन के लिए पहुंच गए. मजदूरों ने बताया कि कंपनी के मालिक भी मजदूरों को वैक्सीन लगवाने के लिए सेंटर पर भेज रहे हैं. इलाके में रहने वाले छात्र भी वैक्सीन लगवाने के लिए सेंटर पर आ रहे हैं.