नई दिल्ली : दिल्ली सरकार ने भारी दबाव के बाद नई आबकारी नीति को वापस ले लिया है. केजरीवाल सरकार ने एक अगस्त से दिल्ली में एक बार फिर पुरानी शराब नीति लागू करने की घोषणा की है. 31 जुलाई को नई आबकारी नीति की मियाद पूरी हो रही है. ऐसे में 31 जुलाई के बाद नई शराब नीति के तहत खोली गई शराब की दुकानें बंद हो जाएंगी. ऐसे में शराब के ठेकों पर भारी डिस्काउंट दिया जा रहा है. छूट की वजह से शराब के ठेकों पर भारी भीड़ लगी है. शराब के शौकीनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हैं. कई ठेकों पर इतनी भीड़ है कि पुलिस तक बुलानी पड़ी है.
लोगों का कहना है कि शराब में एक के साथ दो मुफ्त दिया जा रहा है. इसकी वजह से लोगों की भीड़ लगी है. लोगों को यह भी लगता है कि जब तक पुरानी आबकारी नीति के तहत ठेके नहीं खोले जाते, तब तक शराब की दुकानें बंद रह सकती हैं.
नई दिल्ली : दिल्ली सरकार ने भारी दबाव के बाद नई आबकारी नीति को वापस ले लिया है. केजरीवाल सरकार ने एक अगस्त से दिल्ली में एक बार फिर पुरानी शराब नीति लागू करने की घोषणा की है. 31 जुलाई को नई आबकारी नीति की मियाद पूरी हो रही है. ऐसे में 31 जुलाई के बाद नई शराब नीति के तहत खोली गई शराब की दुकानें बंद हो जाएंगी. ऐसे में शराब के ठेकों पर भारी डिस्काउंट दिया जा रहा है. छूट की वजह से शराब के ठेकों पर भारी भीड़ लगी है. शराब के शौकीनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हैं. कई ठेकों पर इतनी भीड़ है कि पुलिस तक बुलानी पड़ी है.
लोगों का कहना है कि शराब में एक के साथ दो मुफ्त दिया जा रहा है. इसकी वजह से लोगों की भीड़ लगी है. लोगों को यह भी लगता है कि जब तक पुरानी आबकारी नीति के तहत ठेके नहीं खोले जाते, तब तक शराब की दुकानें बंद रह सकती हैं.