नई दिल्ली: भारत समेत पूरे विश्व में 22 सितंबर को कार मुक्त दिवसीय मनाया जाता है. विश्व के कई देशों में 22 सितंबर को प्रमुख दिवस मनाया जाता है, जिसमें 1 दिन के लिए सभी लोगों को अपने वाहनों को ना चलाएं. यह संदेश भारत समेत पूरे विश्व में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिया जाता है. विश्व के कई देशों का वातावरण काफी खराब हो चुका है. इसके चलते यह ऐलान हुआ कि 22 सितंबर को 1 दिन के लिए प्रमुख दिवस मनाना चाहिए. जिससे वातावरण जो प्रदूषित हो चुका है वह कुछ शुद्ध हो सके. जिस तरह देश की राजधानी दिल्ली में अक्टूबर नवंबर में हवा इतनी जहरीली हो जाती है कि लोगों को काफी परेशानी होती है.
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कादीपुर गांव के समाजसेवी हरपाल सिंह राणा ने अलीपुर डीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपा. जिसमें उन्होंने अपने ज्ञापन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को लिखा है. सरकार से भी यही मांग की है कि इस कार्मिक दिवस को बढ़ावा दिया जाए. ताकि लोग जागरूक हो. 22 सितंबर को 1 दिन का मुख दिवस मनाने में सफल हो, जिससे दिल्ली समेत पूरे देश का वातावरण शुद्ध हो साफ हो.
लगातार प्रदूषण स्तर बढ़ रहा है. लोगों का सांस लेना तक मुश्किल हो रहा था. ऐसे में पूरे विश्व में प्रदूषण को लेकर के चिंता व्यक्त की गई और आखिरकार 22 सितंबर को मुख्य दिवस या नहीं कार मुक्त दिवस की घोषणा की गई. इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग कारों को लेकर सड़कों पर निकलते हैं.
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