नई दिल्ली: भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ (Border Security Force) के जवान तस्करी और घुसपैठ को रोकने के लिए तैनात है. बीएसएफ तस्करों के नापाक मंसूबों और राष्ट्र विरोधी तत्वों के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए लगातार सतर्कता बरतते हुए निगरानी और उनकी पकड़ के लिए लगी रहती है. इसी क्रम में बीएसएफ त्रिपुरा के जवानों ने भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर 131 किलो गांजा, 2 मवेशी, 18 हजार बांग्लादेशी टाका, 47 बॉटल फेंसेडिल सहित अन्य प्रतिबंधित पदार्थ बरामद कर जब्त किया है.
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दिल्ली मुख्यालय से बीएसएफ प्रवक्ता के अनुसार, विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर बीएसएफ त्रिपुरा के सतर्क प्रहरियों ने अलग-अलग ऑपरेशन में तस्करों की कोशिश को नाकाम करते हुए लगभग सवा 7 लाख रुपए का गांजा, टाका और मवेशी सहित अन्य वर्जित पदार्थों की बरामदगी में सफलता पाई है.
बीएसएफ अधिकारी के अनुसार, बीएसएफ के जवान सीमा पर राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा तस्करी और घुसपैठ की कोशिशों को विफल करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. इसमे बीएसफ लगातार सफल भी हो रही है और लगातार तस्कर और घुसपैठिये पकड़े जा रहे हैं. फिलहाल बीएसएफ तस्करी के सामान को जब्त कर आगे की आगे के कार्रवाई में जुट गई है.
जम्मू कश्मीर में सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी बढ़ी
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह (Director General of Jammu and Kashmir Police Dilbag Singh) ने कहा कि सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी बढ़ रही है और पाकिस्तान इसका इस्तेमाल कश्मीर में आतंकवाद के वित्त पोषण के लिए कर रहा है. उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ में कमी आई है.
सिंह ने कुपवाड़ा में संवाददाताओं से कहा, 'मादक पदार्थों की तस्करी पहले से बढ़ी है. पाकिस्तान इस तस्करी का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्त पोषण के लिए कर रहा है. लोगों को इससे दृढ़ता से मुकाबला करना होगा, क्योंकि कई युवा मादक पदार्थों के शिकार बन रहे हैं और ऐसे में हमारा समाज भी नष्ट हो जाएगा. अगर मादक पदार्थों के कारण हमारा समाज बीमार हो जाता है तो फिर इसे कोई नहीं ठीक कर सकता.
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