नई दिल्ली: बाल भारती अकादमी ने MAKE IN INDIA के तहत COVID-19 से बचाने वाले सभी उपकरणों को लॉन्च किया है. ये ऐसे उपकरण हैं जो विदेशी कंपनियों से कई गुना कम कीमत पर देश वासियों को एक सोशल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा. इस सोशल प्लेटफार्म पर इंफ्रारेड थर्मामीटर, घर, कार्यालय और कार का सैनिटाइजेशन, मास्क, PPE किट, बड़े पैमाने पर तापमान प्रौद्योगिकियों, थर्मल इमेजिंग कैमरा समेत और भी कई तरह की इक्यूपमेंट उपलब्ध होगी. जो अन्य देशों से कई गुना कम कीमत पर देश वासियों को मिलेगी.
दरअसल 11 मार्च 2020 को जब WHO ने नोवेल कोरोना वायरस को एक सर्वव्यापी महामारी घोषित किया तो दुनियाभर के देशों ने इससे निपटने और लोगों के जीवन को बचाने के लिए तमाम कोशिशें करनी शुरू कर दी थीं. ऐसे समय में बाल भारती अकादमी ने जिम्मेदारी उठाई है कि वो कोविड-19 के खिलाफ लड़ेगी. साथ ही भारत सरकार और भारत के लोगों तक ऐसे सर्वश्रेष्ठ उत्पाद और समाधान उपलब्ध कराएगी जो कि पूर्ण रूप से MAKE IN INDIA योजना के तहत बनाकर तैयार किए गए हों.
बाल भारती अकादमी के सचिव श्री मनिंदर सिंह का कहना है कि उन्होंने एक सोशल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है. जिसके जरिए हम MAKE IN INDIA को बढ़ावा दे रहे हैं और अपने साथी भारतीयों तक सर्वोत्तम कीमत पर उत्पाद पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. ताकि कोई भी इस तरह के गंभीर संकट में वाणिज्यिक लाभ ना ले सके. इसके अलावा बिक्री से हुई आय का एक हिस्सा भी स्वैच्छिक वितरण में योगदान के लिए लगाया जाएगा. उनकी इस कोशिश से विदेशी कंपनियों को बल मिलेगा कि वो भारत आएं और खुद को यहां स्थापित करें. इनका लक्ष्य सही कीमत पर अपने उत्पादों को देने के अलावा वो पूरी तरह से भारतीय भी हो ये भी सुनिश्चित करना है.
'देश के कोने-कोने तक उत्पाद पहुंचाना लक्ष्य'
श्री मनिंदर सिंह ने बताया कि वो लागत प्रभावी और गुणात्मक है. जो IR थर्मामीटर चाइना समेत बाकी देशों में बनाए जा रहे हैं. उनकी कीमत करीब 4100 रुपए है. जबकि हम सभी करों को मिलाकर 3600 रुपए की कम लागत में 100 फीसदी MAKE IN INDIA के तहत बना थर्मामीटर बेच रहे हैं. कार्यालय, घर, कार के लिए सैनिटाइजेशन 2.5 रुपए प्रति Sq. Ft के हिसाब से उपलब्ध कराया जा रहा है. जबकि हम उसके आधे यानि कि 1.25 रुपए में सैनिटाइजेशन कर रहे हैं. इस महामारी की वजह से आने वाले वित्तीय संकट को रोका नहीं जा सकता. लेकिन प्रमुख कॉरपोरेट्स की तरफ से दिए गए योगदान से कम आय वाले समूहों को इसका असर कम महसूस करने में मदद जरूर मिल सकती है. बाल भारती अकादमी अपने मंच पर विकसित उत्पादों और सेवाओं को देश के हर एक कोने तक पहुंचाना चाहती है और उसके लिए अकादमी गुणवत्ता भागीदारों की तलाश कर रही है.
'कई प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया'
बता दें कि बाल भारती अकादमी एक गैर सरकारी NGO है. जो साल 1970 से लगातार भारत की जनता के लिए विभिन्न विकासात्मक, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य, आजीविका, महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास और बुनियादी ढांचे के विकास जैसी अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों में लगी हुई है. बाल भारती अकादमी ने सरकारी मंत्रालयों, सार्वजनिक उपक्रमों जैसे अल्पसंख्यक कार्य, IOCL, HPCL, BHEL के साथ कई प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया है. साथ ही उद्योग निकायों जैसे CII & ASSOCHAM, कोहलर और L&T कंपनियों के साथ भी विभिन्न परियोजनाओं पर काम किया है. बाल भारती अकादमी का अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ काम करने का अनुभव भी काफी अच्छा और सफल साबित हुआ है.