नई दिल्ली: कोरोना के संक्रमण की वजह से इन दिनों शैक्षणिक संस्थानों में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है. वहीं कई छात्रों को संसाधन के अभाव के चलते ऑनलाइन पढ़ने में काफी परेशानी आ रही है. छात्रों की इसी परेशानी को ध्यान रखते हुए अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली के छात्रों को इंटरनेट राशि और टेबलेट मुहैया करा रहा है, ताकि किसी भी छात्र को ऑनलाइन पढ़ने में परेशानी न आए.
अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली के रजिस्ट्रार प्रोफेसर नितिन मलिक ने कहा कि यह सुविधा EWS श्रेणी के जरूरतमंद छात्रों को दी जा रही है. वहीं डीन छात्र कल्याण प्रोफेसर संतोष सिंह ने बताया कि 100 से अधिक छात्रों को इंटरनेट के पैसे और 30 से अधिक ईडब्ल्यूएस श्रेणी के जरूरतमंद छात्रों को टैबलेट दिया जा रहा है.
छात्रों को दिए जा रहे टैबलेट्स और इंटरनेट राशि
अंबेडकर विश्वविद्यालय की इस अनोखी पहल को लेकर रजिस्ट्रार प्रोफेसर नितिन मलिक ने कहा कि कोरोना काल में छात्रों को पढ़ाई करने में काफी परेशानी हो रही है. उनकी परेशानी को ध्यान में रखते हुए कुलपति अनु सिंह लाठर ने यह फैसला किया कि जरूरतमंद EWS श्रेणी के छात्रों को इंटरनेट उपयोग करने के लिए राशि प्रदान की जाएगी. ताकि वे अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से कर सकें.
वहीं उन्होंने कहा कि इस दौरान कई ऐसे छात्र भी थे जो संसाधन के अभाव में सही से पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे. जब विश्वविद्यालय को इस बात का पता चला तो फैसला किया गया कि ऐसे छात्रों की मदद की जाए. इसी कड़ी में 30 से अधिक छात्रों को टैबलेट देने का फैसला किया गया है, जिसकी प्रक्रिया भी इसी हफ्ते में शुरू कर दी जाएगी. इसको लेकर छात्रों से एप्लीकेशन मांगे गए हैं.
'जरूरतमंद छात्रों को दिए जा रहे टैबलेट्स'
अंबेडकर विश्वविद्यालय डीन छात्र कल्याण प्रोफेसर संतोष सिंह ने कहा कि कोरोना काल के शुरुआत से ही 100 से अधिक जरूरतमंद छात्रों को इंटरनेट उपयोग के लिए राशि दी जा रही थी. उन्होंने कहा कि इंटरनेट की राशि इस बार बढ़ाने का भी फैसला किया है, क्योंकि छात्रों का डाटा का उपयोग ज्यादा हो रहा है. इंटरनेट राशि को 500 से बढ़ाकर 600 तक देने की योजना है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इस सत्र में जो छात्र संसाधन के अभाव में सही से पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे, उन्हें टैबलेट दिया जा रहा है.
वहीं डीन छात्र कल्याण के बताया कि 50 से अधिक छात्रों की टेबलेट के लिए आवेदन आए हैं. उन्होंने कहा कि सभी आवेदनों को जांच परख कर जो जरूरतमंद छात्र होंगे उन्हें टेबलेट दिया जाएगा.