एमएलए अमानतुल्लाह खान को बनाया जामिया थाने का घोषित बदमाश
Updated on: May 13, 2022, 3:58 PM IST

एमएलए अमानतुल्लाह खान को बनाया जामिया थाने का घोषित बदमाश
Updated on: May 13, 2022, 3:58 PM IST
ओखला विधानसभा क्षेत्र से आप पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान को दिल्ली पुलिस ने जामिया थाने का घोषित बदमाश बना दिया है. बीते मार्च महीने में यह कार्रवाई हुई थी. जिसका खुलासा अमानतुल्ला खान के जेल जाने के बाद हुआ है. विधायक को घोषित बदमाश बनाने के लिए दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी ईशा पांडे की तरफ से मंजूरी दी गई है.
नई दिल्ली : ओखला विधानसभा क्षेत्र से आप पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान को दिल्ली पुलिस ने जामिया थाने का घोषित बदमाश बना दिया है. बीते मार्च महीने में यह कार्रवाई हुई थी. जिसका खुलासा अमानतुल्ला खान के जेल जाने के बाद हुआ है. विधायक को घोषित बदमाश बनाने के लिए दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी ईशा पांडे की तरफ से मंजूरी दी गई है.
जानकारी के अनुसार अमानतुल्लाह खान पर पहले से कई मामले दर्ज हैं. इसे लेकर कुछ समय पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक में अमानतुल्लाह खान को थाने का घोषित बदमाश ( बीसी) बनाने के निर्देश दिए गए थे. सूत्रों के अनुसार जामिया नगर थाने के एसएचओ सतीश कुमार द्वारा इसके लिए हिस्ट्रीशीट तैयार की गई और उसे 30 मार्च 2022 को जिला की डीसीपी ईशा पांडे द्वारा मंजूरी दी गई. इस हिस्ट्री शीट में बताया गया है कि अमानतुल्ला खान के खिलाफ कुल 18 मामले दर्ज हैं. इनमें से 7 मामलों में वह डिस्चार्ज हुए हैं. 2 मामलों में उन्हें बरी किया गया है. एक एफआईआर खत्म हो गई है, जबकि 5 मामले अभी भी अदालत में लंबित हैं.
पुलिस द्वारा तैयार की गई हिस्ट्री शीट में एसएचओ सतीश कुमार द्वारा बताया गया है कि अमानतुल्लाह खान जामिया नगर के जोगाबाई एक्सटेंशन के रहने वाले हैं. वह 12वीं कक्षा तक पढ़े हैं. उनके परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा और एक बेटी है. इसमें बताया गया है कि अमानतुल्लाह खान द्वारा इलाके में लोगों के बीच दहशत रहती है. उनके खिलाफ दर्ज अधिकांश मामले धमकी देने, चोट पहुंचाने, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने आदि के हैं.
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पुलिस द्वारा बताया गया है कि अमानतुल्लाह खान आदतन अपराधी हैं. वह जमीन कब्जाने के मामलों में भी शामिल रहे हैं. उनकी गतिविधियों पर पुलिस द्वारा नजर रखे जाने की आवश्यकता है. इस वजह से उन्हें थाने का घोषित बदमाश बनाए जाने की सिफारिश एसएचओ की तरफ से की गई थी. इसे डीसीपी की मंजूरी दे दी गई है.
