नई दिल्ली: ललित कला अकादमी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन पर आधारित फोटो प्रदर्शनी के अंतिम दिन दर्शकों की भीड़ उमड़ आई. अंतिम दिन केन्द्रीय मंत्री जनरल वी.के. सिंह, डाॅ. राजकुमार रंजन, पूर्व मंत्री विजय गोयल, वाइस एडमिरल आधीर अरोड़ा व ले. जन. जीएस चंदेल के अलावा मेघालय हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस उमानाथ सिंह शामिल थे. 14 दिन चली इस प्रदर्शनी का आयोजन नरेंद्र मोदी के 72वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में किया गया था. प्रदर्शनी में 1300 से अधिक तस्वीरें प्रदर्शित की गई थी.
ये भी पढ़ें: प्रधानमंत्री के जन्मदिन के मौके पर चलाए जा रहे स्वच्छता पखवाड़े की खुली पोल
आयोजक डॉ.आदीश अग्रवाला ने कहा कि यह प्रदर्शनी नरेंद्र मोदी के जीवन, उनके बचपन और लोगों के कल्याण के लिए किये कार्यों, जनता से जुड़े रहने की उनकी शैली और उनकी जीत आदि की दुर्लभ तस्वीरों को बयां करती है. हालांकि, इन फोटो को इकट्ठा कर इनका संकलन तैयार करने में उन्हें काफी दौड़ धूप करनी पड़ी, लेकिन अब इसका आयोजन सफल हो जाने पर वह सुकून और रोमांचित-सा महसूस कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि देश के सच्चे नायक का सम्मान कर उन्होंने भी देश के लिए एक अच्छा काम किया है. प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन से जुड़ी अनदेखी और अद्भुत फोटो का संग्रह प्रदर्शित किया गया है. तकरीबन 1300 फोटो के इस संग्रह में नरेंद्र मोदी की उन तस्वीरों को शामिल किया गया है, जो आमतौर पर देखने में नहीं आतीं. ये तस्वीरें देश के विभिन्न स्थानों पर उनके आवागमन के दौरान भी ली गयी हैं.
"इंटरनेशनल फोटोग्राफी एक्सिबिशन ऑन नरेंद्र मोदी : ए चैंपियन ऑफ प्रोसपैरिटी एंड वर्ल्ड पीस" के नाम से आयोजित इस फोटो प्रदर्शनी को देखने के लिये सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस डॉ. के.जी. बालाकृष्णन, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार के अलावा अनेक देशों के राजनयिक और विदेशी मेहमान, अन्य लोग और छात्र-छात्राएं भी शामिल हुए.
इसे देखते हुए उनकी सुविधा के लिए तस्वीरों पर 11 भाषाओं में कैप्शन भी लिखे गए हैं, जिनमें हिन्दी, अंग्रेजी, जर्मन, डच, फ्रेंच, जापानी व रुसी, स्पेनिश आदि भाषा शामिल हैं. प्रदर्शनी के आयोजक डॉ. आदीश अग्रवाला कई बार मोदी से मिल भी चुके हैं और उन पर अमेरिकी और ब्रिटिश लेखकों के साथ मिलकर पुस्तकें भी लिख चुके हैं. इस प्रदर्शनी में 20 हज़ार से ज़्यादा लोग पहुंचे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप