NRI अगर भारत में ही रिटायरमेंट की योजनाएं बना रहे, तो कौन-सी बीमा योजना उनके लिए बेहतर होगी, जानें

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Published : Sep 13, 2022, 7:16 PM IST

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रोजगार की तलाश और बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में लोग विदेश जाते हैं. वे वहां जाकर पैसे भी कमाते हैं. लेकिन अपना भविष्य किस तरह सुनिश्चित करें, इस विषय को लेकर हमेशा दुविधा बनी रहती है. खासकर वैसे लोग, जो रिटायरमेंट के बाद स्वदेश में अपनी जिंदगी बिताना चाहते हैं, या फिर वे लोग जो अपनी जन्मभूमि पर ही रिटायरमेंट लेना चाहते हैं, उन्हें बहुत ही सोच-समझकर निवेश करना होता है. इस पृष्ठभूमि में, आइए हम उन योजनाओं पर एक नज़र डालें जो अनिवासी भारतीयों की जरूरतों के अनुरूप हैं.

हैदराबाद : अनिवासी भारतीय (एनआरआई) अगर अपनी जन्मभूमि पर रिटायरमेंट होना चाहते हैं, तो उन्हें सोच समझकर निवेश करना चाहिए. कहां निवेश करना है, कौन-सी योजनाएं उनके लिए बेहतर होंगी, इसकी सूची तैयार करनी चाहिए. अगर वे इस पर विचार करना चाहते हैं, तो उन्हें सुनिश्चित रिटर्न योजनाएं, यूनिट-लिंक्ड बीमा पॉलिसिज, (यूलिप), निवेश आश्वासन और वार्षिकी योजनाओं पर विचार करना चाहिए. उन्हें उन योजनाओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, जो लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न प्रदान करे.

विदेश में कमाई करने वाले अनिवासी भारतीयों के लिए, रिटर्न गारंटीड पॉलिसी उपयुक्त हैं. ये योजनाएं बीमा कवरेज के साथ-साथ सावधि जमा की तुलना में अधिक कमाई देती हैं. इसके अलावा, आपको इस बात की भी जानकारी रहती है कि पॉलिसी के मैच्योर होने पर आपको कितना रिटर्न मिलेगा. एनआरआई लंबी अवधि के अवसर का लाभ उठाकर 45 साल से अधिक की अवधि के लिए इस पॉलिसी को ले सकते हैं.

इसके अलावा पॉलिसीधारक चाहें तो वे मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक आमदनी भी प्राप्त कर सकते हैं. उन्हें अपना ऑप्शन चुनना होगा. यदि वे चाहें तो एक बार में भी कुल राशि का भी दावा कर सकते हैं. नतीजतन, पॉलिसीधारक को अधिक वित्तीय सुरक्षा मिलती है. बच्चों की उच्च शिक्षा की जरूरतों, उनकी शादी और होम लोन की अदायगी को पूरा करने के लिए आंशिक निकासी की जा सकती है. इस योजना के तहत सभी आय आयकर अधिनियम की धारा 10 (10 डी) के तहत छूट प्राप्त हैं. 18 से 60 वर्ष के एनआरआई केवाईसी शर्तों को पूरा करके ये पॉलिसी ले सकते हैं. गैर-आवासीय बाहरी (एनआरई) खाते रखने वाले जीएसटी रिफंड का दावा कर सकते हैं, जो एक अतिरिक्त लाभ है.

अनिवासी भारतीय यूनिट-लिंक्ड बीमा पॉलिसियों (यूलिप) को प्राथमिकता दे सकते हैं यदि वे एक ही स्थान पर बीमा और निवेश चाहते हैं. प्रीमियम का एक हिस्सा बीमा सुरक्षा के लिए रखा जाता है, जबकि शेष शेयर बाजार में निवेश के लिए भेजा जाएगा. बीमा सुरक्षा योजना लेने के पहले दिन से शुरू हो जाएगी. एनआरआई भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने के लिए इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.

गारंटीड रिटर्न योजनाओं की तुलना में यह उच्च आय प्रदान करता है. लंबी अवधि के निवेश से अच्छी आमदनी के अवसर पैदा होंगे. बाजार के प्रदर्शन के आधार पर फंड को बदला जा सकता है. पांच साल बाद आंशिक निकासी की जा सकती है. यूलिप चुनते समय, आपको केवाईसी शर्तों के अनुसार आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे. बीमा फर्म से परामर्श करें और निर्णय लें.

कुछ पॉलिसी गारंटीड रिटर्न के साथ यूलिप के फायदे भी देती हैं. पहली बार निवेश करने वाले एनआरआई इसे प्राथमिकता दे सकते हैं. ये प्लान 50 से 60 फीसदी डेट फंड में और बाकी इक्विटी में निवेश करते हैं. इसलिए, वे ऋण योजनाओं और इक्विटी में आने वाले रिटर्न में सुरक्षा के दोहरे लाभ सुनिश्चित करेंगे. पूंजी गारंटी योजना प्रीमियम के लिए 100 प्रतिशत आश्वासन देती है. इनके अलावा, पेंशन देने वाली वार्षिकी योजनाएं हैं. एकमुश्त निवेश से हम मासिक, त्रैमासिक और वार्षिक पेंशन प्राप्त कर सकते हैं. एक निश्चित समय के बाद पेंशन देने वाली लंबी अवधि की योजनाओं में निवेश कर सकते हैं. कुछ योजनाएं तुरंत पेंशन प्रदान करती हैं. पॉलिसीबाजार डॉट कॉम के हेड, इन्वेस्टमेंट विवेक जैन का कहना है कि अनिवासी भारतीय जोखिम लेने के इच्छुक नहीं हैं, वे इन योजनाओं के लिए जा सकते हैं.

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