19 साल की रिसेप्शनिस्ट की हत्या से उत्तराखंड में उबाल, बीजेपी के पूर्व मंत्री का बेटा गिरफ्तार

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Published : Sep 23, 2022, 5:12 PM IST

Updated : Sep 23, 2022, 9:20 PM IST

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उत्तराखंड के पौड़ी जिले में वनंत्रा रिजॉर्ट से गायब हुई 19 साल की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया. पुलिस ने इस मामले में रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य व मैनेजर अंकित सहित समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. तीनों ने अपने इकबाले जुर्म कबूल में किया है कि उन्होंने ही रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या की है. उसका शव चीला नहर में पड़ा हुआ है. पुलिस शव की तलाश में जुटी हुई है. बता दें कि आरोपी पुलकित आर्य पूर्व राज्य मंत्री भाजपा विनोद आर्य का बेटा है.

ऋषिकेश (उत्तराखंड): पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक स्थित गंगा भोगपुर के वनंत्रा रिजॉर्ट में कार्य करने वाली अंकिता भंडारी (19) के गायब होने के मामले में लक्ष्मणझूला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने अंकिता की हत्या किये जाने की पुष्टि कर दी है. श्रीनगर सीओ श्याम दत्त नौटियाल के अनुसार, पुलिस ने रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित सहित तीन लोगों को अरेस्ट कर लिया है. हिरासत में लिए तीनों आरोपियों ने कई राज उगले हैं. फिलहाल अभी तक अंकिता का शव बरामद नहीं हुआ है. वहीं, पुलिस ने तीन आरोपियों को न्यायालय में पेश किया. जहां से उन्हें 14 दिन न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.

पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य का बेटा है पुलकित आर्य: बता दें कि, वनंत्रा रिजॉर्ट का मालिका पुलकित आर्य पूर्व राज्य मंत्री भाजपा विनोद आर्य का बेटा है. पुलकित आर्य लॉकडाउन के दौरान भी विवादों में आया था जब ये उत्तर प्रदेश के विवादित नेता अमनमणि त्रिपाठी के साथ उत्तरकाशी में प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंच गया था.

अंकिता भंडारी की मौत पर ग्रामीणों का हंगामा.

पुलकित के पिता विनोद आर्य बीजेपी में जाना-माना नाम हैं. मौजूदा समय में वो बीजेपी ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं. इसके साथ ही यूपी के सह प्रभारी हैं पूर्व राज्य मंत्री भी रहे हैं. उनका दूसरा बेटा अंकित आर्य दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री है. वो इस वक्त राज्य पिछड़ा आयोग में उपाध्यक्ष है.
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पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य ने क्या कहा: वहीं, पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य से ईटीवी भारत ने इस मामले पर बात की. उनका कहना है कि लड़की 15-20 दिन ही ड्यूटी पर आई थी. उन्हें अभी इस मामले में कुछ नहीं पता कि आखिरकार लड़की के साथ हुआ क्या है. पुलिस जब पुलकित को घर से लेकर गई तब यही कहा गया था कि पूछताछ के लिए लेकर जा रहे हैं. अभी उन्हें इस घटना के पीछे की सच्चाई का पता है. अभी इस बारे में वो कुछ नहीं जानते. उन्होंने कहा कि जो कुछ भी होगा वो पुलिस का सहयोग करेंगे.

19 साल की रिसेप्शनिस्ट की हत्या से उत्तराखंड में उबाल.

ऐसे किया पुलिस ने खुलासा: राजस्व से जांच ट्रांसफर होते ही एसएसपी पौड़ी यशवंत सिंह चौहान ने युवती की गुमशुदगी के मामले में तेजी दिखाते हुए एक टीम का गठन किया. एसएसपी के निर्देश पर एएसपी व क्षेत्राधिकारी सर्किल श्रीनगर, थाना लक्ष्मणझूला एवं थानाध्यक्ष देवप्रयाग की टीमों ने मामले में जांच शुरू की. पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे पता चला कि अंकिता भंडारी रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भाष्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता के साथ बीते 18 सितंबर की रात करीब 8 से 9 बजे के बीच ऋषिकेश गई थी. आरोपी तो वापस रिजॉर्ट लौटे लेकिन अंकिता कहीं नजर नहीं आई. वापस लौटने के बाद तीनों ने रिजॉर्ट के कुक को अंकिता का खाना रूम में भेजने से मना किया और कहा कि अंकित उर्फ (पुलकित) गुप्ता खुद खाना लेकर कमरे में जाएगा.

रिजॉर्ट कर्मियों से पूछताछ की गई तो मालूम कि अंकिता तीनों आरोपियों के साथ रात करीब 8 बजे रिजॉर्ट से बाहर गयी थी, लेकिन उसी रात साढ़े 10 से 11 बजे के बीच तीनों ही वापस आये, लेकिन अंकिता इनके साथ नहीं थी. रिजॉर्ट कर्मियों ने ये भी बताया कि 18 सितंबर की शाम को अंकिता काफी परेशान थी. फोन पर रोते हुए एक कर्मी से उसने अपना बैग ऊपर लाने के लिए कहा था. एक परिचित को किए गये वाट्सएप मैसेज में भी अंकिता ने परेशान होने की बात बताई थी.

ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी का किया घेराव.
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इन सुबूतों के आधार पर पुलिस पुलकित आर्य (35, पुत्र डॉ. विनोद आर्य निवासी स्वदेशी भवन आर्यनगर, थाना ज्वालापुर हरिद्वार), अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता (19, पुत्र राजेंद्र कुमार गुप्ता निवासी 42-ए दयानंद नगरी थाना ज्वालापुर हरिद्वार) और सौरभ भाष्कर (35, पुत्र शक्ति भाष्कर निवासी 18-ए सूरजनगर, थाना ज्वालापुर हरिद्वार) को पूछताछ के लिए थाने लेकर आई. जिस पर पुलिस के सामने तीनों आरोपियों ने जुर्म कबूल करते हुए पूरी घटना के बारे में बताया.

आरोपियों ने ऐसे रची साजिश: पुलिस के अनुसार, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 18 सितंबर की शाम पुलकित आर्य और अंकिता रिजॉर्ट में थे. तभी दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ. इस पर पुलकित ने अपने अन्य दो साथियों से कहा कि अंकिता गुस्से में है, इसे लेकर ऋषिकेश चलते हैं. जिस पर तीनों अलग-अलग गाड़ियों से गए. ये लोग ऋषिकेश बैराज होते हुए एम्स के पास पहुंचे. वापसी में पुलकित अंकिता को स्कूटी पर लेकर आया और बाकी दोनों से आगे निकल गया. जब सभी बैराज चौकी से करीब डेढ़ किमी आगे पहुंचे तो पुलकित अंकिता के साथ अंधेरे में रुका था.

  • अंकिता भण्डारी गुमशुदगी प्रकरण में गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि घटना के दिन अभियुक्तों ने आपसी विवाद के बाद पीड़िता को चीला रोड के निकट नहर में धक्का दे दिया जिसके बाद व डूब गई। #UttarakhandPolice की SDRF टीम शव तलाशने का प्रयास कर रही है।@ANINewsUP @PauriPolice pic.twitter.com/nWwxHBYShi

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सभी आरोपियों ने वहीं पर रुककर शराब पी और मोमोज खाए. सभी लोग चीला रोड पर नहर के किनारे बैठे हुए थे. तभी वहां भी अंकिता और पुलकित के बीच फिर किसी बात को लेकर झगड़ा होने लगा. पुलकित का कहना था कि अंकिता उनकी बातें अपने साथियों को बताती थी. उधर, अंकिता ने आरोप लगाया कि उसे रिजॉर्ट आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने के लिए कहा जाता है.

इसी दौरान अंकिता और बाकियों की जमकर झड़प हो गयी. अंकिता ने धमकी दी कि वो रिजॉर्ट की सारी करतूतों को बाहर बता देगी. गुस्से में अंकिता ने पुलकित का मोबाइल नहर में फेंक दिया. इस पर आरोपियों को गुस्सा आ गया, और उन्होंने नशे की हालत में पहले अंकिता से हाथापाई की और फिर उसे नहर में धक्का दे दिया. नहर में गिरते ही वो एक-दो बार पानी के ऊपर आकर चिल्लाई उसके बाद डूब गई.
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फिल्मी अंदाज में करना चाहा मामले का निपटारा: इस घटना के बाद आरोपी घबरा गए. इस पर आरोपियों ने फिर एक साजिश रची. उन्होंने सोचा कि अंकिता के साथ उनको रिजॉर्ट से निकलते हुए रिजॉर्ट कर्मी अभिनव और कुश ने देखा था. तब उन्होंने प्लान बनाता और रिजॉर्ट के शेफ मनवीर को फोन कर चार आदमियों का खाना तैयार करने को कहा, ताकि लगे कि अंकिता उनके ही साथ है.

जब शेफ मनवीर ने अंकित से अंकिता को लेकर पूछा तो उसने कहा कि फिलहाल वो उनके साथ नहीं है. इसके बाद तीनों आरोपी किनारे वाले रास्ते से रिजॉर्ट में आ गए. तय प्लान के तहत अंकित शेफ से अंकिता का खाना लेकर अंकिता के कमरे में गया और वहां खाना रखकर आ गया.

सुबह पुलकित आर्य और अंकित गुप्ता हरिद्वार चले गए. वहां पुलकित ने नया मोबाइल और उसी नंबर का डमी सिम खरीदा. प्लान के तहत ही पुलकित ने रिजॉर्ट में काम करने वाले सौरभ बिष्ट को कहा कि अंकिता के कमरे में जाकर उसका फोन लेकर आए, ताकि सौरव कमरे में जाकर उनको ये बताए कि अंकिता कमरे में नहीं है और ना ही अंकिता का फोन वहां है. अबतक सब कुछ आरोपियों के प्लान के तहत ही हुआ. इतना ही नहीं, किसी को शक न हो इसलिए आरोपियों ने ही अंकिता की गुमशुदगी की प्राथमिकी भी दर्ज करवाई थी. इसके बाद आरोपियों ने प्लान किया कि तीनों एक जैसे बयान देंगे. इसके लिए तीनों आरोपियों ने सोच समझकर घटना की टाईमिंग सैट की . आरोपियों ने इसी के अनुसार अंकिता की गुमशुदगी भी दर्ज करायी थी. जिससे उन पर कोई शक न हो सके. मामला राजस्व पुलिस के पास होने के चलते आरोपियों ने योजना के तहत ही बयान दर्ज कराए, लेकिन 18 सितंबर से बेटी की कोई खबर नहीं मिलने पर परिजनों को चिंता सताने लगी.
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अंकिता की मां सोनी देवी, ग्रामीणों व परिजनों ने 21 सितंबर इस पर जिला मुख्यालय पौड़ी में डीएम से बेटी की खोज बीन के लिए गुहार लगाई. साथ ही मामला रेगुलर पुलिस को सौंपने की भी मांग की. जिस पर डीएम डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने बीते गुरुवार 22 सितंबर को मामला राजस्व पुलिस ने रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर किया. एसएसपी पौड़ी ने तेजी दिखाते हुए टीम बनाकर मामले की जांच शुरू की. पुलिस से सबसे पहले रिजॉर्ट से ही जांच का श्रीगणेश किया. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर रिजॉर्ट के ऑनरों से गहनता से पूछताछ की. जिसके बाद सारा मामला परत दर परत खुलता चला गया.

गौर हो कि, युवती ने 28 अगस्त को ही गंगाभोगपुर स्थित रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट पद पर ज्वाइनिंग की थी. ज्वाइन किए हुए एक महीने का वक्त भी नहीं बीता था कि वो 18 सितंबर को रिसॉर्ट से ही रहस्यमय तरीके से लापता हो गई. जिसके बाद परिजनों ने राजस्व पुलिस में इस मामले की गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी. परिजन का आरोप है कि उनकी बेटी के लापता होने में रिजॉर्ट के मालिक, मैनेजर और वहां के कर्मचारियों का हाथ है. क्योंकि रिसार्ट में लगे सीसीटीवी कैमरों से भी तोड़फोड़ की गई है.

Last Updated :Sep 23, 2022, 9:20 PM IST
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