पूर्व जज के घर तीन दिनों तक की चोरी, पार्टी भी की, नहीं लगी किसी को भनक

पूर्व जज के घर तीन दिनों तक की चोरी, पार्टी भी की, नहीं लगी किसी को भनक
क्या आप कल्पना कर सकते हैं किसी चोर या बदमाशों के गिरोह के दुस्साहस की? यूं तो किसी के घर में घुस कर कोई सामान चुरा लेना ही दुस्साहस है. लेकिन चेन्नई में उच्च न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश (Retired Judge Of Chennai High Court) के घर में जो हुआ उसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. पढ़ें कैसे एक ही घर में तीन दिन घुसे चोर और क्यों दूतावास तक पहुंची बात...
चेन्नई : चेन्नई के पूनमल्ली सन्नथी स्ट्रीट (Poonamallee Sannathi Street) में 15 साल पहले चेन्नई उच्च न्यायालय से सेवानिवृत्त हुए पूर्व न्यायाधीश ज्ञानपिरकसम (79) (Retired Judge Of Chennai High Court) का एक घर है. वहां कोई रहता नहीं है. बस कभी-कभी ज्ञानपिरकसम खुद घर का जायजा लेते. इस बार 29 मार्च को जब वे पूनमल्ली सन्नथी स्ट्रीट स्थित अपने घर गए तो उनके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई. घर का ताला टूटा हुआ था, सारा सामान अस्त-व्यस्त था. नकदी और जेवर अपनी जगह पर नहीं थे. मंहगे बर्तनों के साथ और भी कई जरूरी और कीमती सामान गायब थे. उनके घर में भीषण चोरी हुई थी.
पूर्व न्यायाधीश ज्ञानपिरकसम ने अन्ना नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने पुलिस को बताया कि कम से कम 5 लाख रुपए नकद और इतने ही मूल्य के तो गहने ही थे. इसके बाद अन्ना नगर के सहायक पुलिस आयुक्त रविचंद्रन के नेतृत्व में विशेष टीम ने चोरी की जांच शुरू की. आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे से पता चला कि एक साइकिल सवार लगातार तीन दिनों से घर आ-जा रहा था. इसके बाद पुलिस ने इलाके के सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. फुटेज के आधार पर सघन तलाशी अभियान शुरू किया गया. आखिरकार उन्हें शेनॉय नगर के एक घर में साइकिल खड़ी मिली. पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद नेपाली नागरिक भुवनेश्वर को गिरफ्तार कर लिया. जिसकी निशानदेही पर तीन और लोगों की पहचान हुई. जो इस चोरी में भुवनेश्वर के साथीदार थे. इनके नाम थे लाल, गणेशन और बदरई. भुवनेश्वर से मिले नंबर के आधार पर पुलिस ने इन तीनों के सेल फोन लोकेशन को ट्रैक करना शुरू किया.
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तीन बार एक ही घर में की चोरी : लगातार सर्विलांस से अन्ना नगर पुलिस को सफलता मिली. गणेशन और बदरई को बैंगलोर और लाल को चेन्नई से गिरफ्तार किया गया. जब इन चारों को एक साथ बिठाकर पूछताछ की गई तो इनके दुस्साहस का पता चला ही पुलिस और पट्रोलिंग व्यवस्था की भी पोल खुल गई. चोरों ने बताया कि लाल का काम ऐसे घरों की रेकी कर उसके बारे में सूचना जुटाना था जहां बहुत दिनों से कोई नहीं रह रहा हो. लाल ने ही अपने गिरोह को हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश ज्ञानपिरकसम के 5 महीने से बंद घर के बारे में बताया था. पहली बार ये लोग 22 मार्च को सेवानिवृत्त जज के घर में ताला तोड़ कर घुसे. वहां नकदी की चोरी की, शराब पी और निकल गए. दूसरी रात फिर घर के अंदर गए गहनों की चोरी की और जब अगले दिन भी किसी को इसकी भनक नहीं लगी तो ये लोग तीसरी बार सेवानिवृत्त जज के घर घुसे. इसबार घर से चांदी के बर्तन समेत अन्य सामानों को ले उड़े.
सभी चोर नेपाली नागरिक, दूतावास को दी गई सूचना : पुलिस के मुताबिक पकड़े गए तभी चोर नेपाल के नागरिक हैं. चेन्नई पुलिस ने गिरफ्तारियों के बारे में नेपाली दूतावास को सूचित कर दिया है. इनके पास से पैसे और जेवर बरामद कर लिए गए हैं. पुलिस चोरी में शामिल कुछ और नेपाली नागरिकों की भी तलाश कर रही है.
