जनवरी माह में 8 प्रमुख उद्योगों के सूचकांक में 3.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी

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Published : Feb 28, 2022, 7:05 PM IST

कोयला उत्पादन

भारत में आर्थिक सुधार के स्पष्ट संकेत मिले हैं. कोयला, रिफाइनिंग, बिजली उत्पादन सहित आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक ने इस साल जनवरी में साल-दर-साल आधार पर 3.7% की वृद्धि दर्ज की. विस्तृत खबर के लिए पढ़ें ब्यूरो रिपोर्ट

हैदराबाद : आर्थिक सुधार के स्पष्ट संकेत में, कोयला, रिफाइनिंग, बिजली उत्पादन सहित आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक ने इस साल जनवरी में साल-दर-साल आधार पर 3.7% की वृद्धि दर्ज की. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में अप्रैल-जनवरी 2021-22 के दौरान सूचकांक ने 11.6% की वृद्धि दर्ज की. सरकार के द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों में इसको दर्शाया गया है. आठ प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक जनवरी 2022 में 144.4 रहा, जो जनवरी 2021 के सूचकांक की तुलना में 3.7 प्रतिशत (अनंतिम) बढ़ा.

आंकड़ों से पता चलता है कि आठ प्रमुख उद्योगों में से छह अर्थात कोयला, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, स्टील, सीमेंट और बिजली का उत्पादन पिछले वर्ष के इसी माह के उत्पादन की तुलना में जनवरी 2022 में बढ़ा, जबकि दो क्षेत्रों - कच्चा तेल और उर्वरकों में जनवरी माह गिरावट दर्ज की गई है. भारत के आठ प्रमुख क्षेत्रों में दिसंबर 2021 में 3.8% और नवंबर 2021 में 3.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई. सरकार ने अक्टूबर 2021 के महीने के लिए सालाना आधार पर इन 8 प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर को संशोधित कर 8.7% कर दिया है. अंतिम आंकड़े आज जारी किये गए हैं. ये आठ प्रमुख उद्योग (ICI) यानी कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली, औद्योगिक उत्पादन के सूचकांक के अनुसार देश के पूरे कारखाने के उत्पादन में इनका 40% से अधिक का योगदान है.

क्षेत्रवार प्रदर्शन

कोयला उत्पादन, जिसका सूचकांक में 10.33 प्रतिशत का योगदान है, ने इस साल जनवरी में सालाना आधार पर 8.2% की वृद्धि दर्ज की, कोयला उत्पादन में वित्त वर्ष 2021-22 में अप्रैल-जनवरी की अवधि के लिए 10.3% की वृद्धि दर्ज की गई. पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में. हालांकि, कच्चे तेल का उत्पादन, जिसका सुचकांक में 8.98 प्रतिशत का भार है, जनवरी में सालाना आधार पर 2.4 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई, इस वित्तीय वर्ष के पहले 10 महीनों में कच्चे तेल के उत्पादन में सालाना आधार पर 2.6% की गिरावट दर्ज की गई

लेकिन प्राकृतिक गैस का उत्पादन, जिसका सूचकांक में 6.88 प्रतिशत भार है. जनवरी में सालाना आधार पर 11.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ अप्रैल-जनवरी की अवधि के लिए संचयी सूचकांक (cumulative index) में अप्रैल-जनवरी की अवधि के दौरान 21.2 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई. रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन, जिसका सूचकांक में 28.04 प्रतिशत का भार है, समग्र सूचकांक का अनुसरण करता है क्योंकि यह इस साल जनवरी में साल-दर-साल आधार पर 3.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पहले 10 महीनों के दौरान 9.3% की संचयी वृद्धि (cumulative growth) के साथ हुआ. साल-दर-साल के आधार पर यह आंकडे़ सामने आयी है.

सूचकांक में 2.63 प्रतिशत के योगदान के साथ उर्वरक उत्पादन में इस साल जनवरी में सालाना आधार पर 2.0 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि पहले 10 महीनों के लिए संचयी सूचकांक में भी एक साल में अप्रैल-जनवरी के बीच 0.3% की मामूली गिरावट दर्ज की गई.

सीमेंट, बिजली और स्टील

आयरन उत्पादन, जो बुनियादी ढांचे के लिए एक महत्वपूर्ण इनपुट है और अर्थव्यवस्था के समूचे स्वास्थ्य को प्रदर्शित करता है, जनवरी में सालाना आधार पर 2.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, लेकिन चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जनवरी की अवधि के दौरान 19.9 प्रतिशत की स्वास्थ्य वृद्धि दर्ज की गई. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान इसकी वृद्धि के मुकाबले मापी गई है. सूचकांक में 5.37 प्रतिशत भार के साथ बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण इनपुट सामग्री सीमेंट उत्पादन, पिछले साल जनवरी में सीमेंट उत्पादन की तुलना में इस साल जनवरी में 13.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई. जबकि चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों के दौरान सीमेंट उत्पादन के संचयी सूचकांक ने साल-दर-साल आधार पर 24.6 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. साल दर साल के आधार पर इस वर्ष जनवरी में 19.85 प्रतिशत भार के साथ बिजली उत्पादन में 0.5 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई, लेकिन चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों के दौरान इसके उत्पादन में एक वर्ष में 8.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.

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