New Parliament Building: संयुक्त सत्र के लिए राष्ट्रपति का भाषण पुराने संसद भवन में ही होगा- ओम बिड़ला

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Published : Jan 20, 2023, 10:48 PM IST

Updated : Jan 20, 2023, 11:07 PM IST

New Parliament Building

देश की राजधानी दिल्ली में नए संसद भवन की इमारत जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगी. कुछ सूत्रों से जानकारी आ रही है कि आगामी 31 जनवरी को लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को राष्ट्रपति संबोधित कर सकती हैं. लेकिन लोकसभा स्पीकर ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि उनका संबोधन पुराने संसद भवन में ही होगा.

नई दिल्ली: लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति का अभिभाषण पुराने संसद भवन में ही होगा, इस बात की जानकारी लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने दी है. इसके अलावा केंद्र सरकार का आगामी बजट सत्र भी पुराने संसद भवन में होने की संभावना है.

  • The New Parliament Building is still under construction. During Budget Session, the Hon'ble President will address Members of two Houses in the existing Parliament House Building.

    — Om Birla (@ombirlakota) January 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हालांकि, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) के तहत केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD), जिसे नए संसद भवन को पूरा करने का जिम्मा सौंपा गया है, उसने अपने काम में तेजी ला दी है. सूत्रों ने कहा कि इस बात की संभावना नहीं है कि एक फरवरी को नए भवन में बजट पेश किया जाएगा. मेगा प्रोजेक्ट को टक्कर देने के लिए अथॉरिटी इससे पहले अक्टूबर 2022 की डेडलाइन मिस कर चुकी है. नया संसद भवन केंद्र सरकार के सेंट्रल विस्टा मास्टर प्लान के तहत प्रमुख परियोजनाओं में से एक है.

31 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू होने वाला बजट सत्र 14 फरवरी से 22 मार्च तक अवकाश के साथ 6 अप्रैल तक चलेगा. अधिकारी ने कहा, 'बजट सत्र का दूसरा भाग नए संसद भवन में हो सकता है.' 64,500 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैले, नए संसद भवन की आधारशिला 10 दिसंबर, 2020 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई थी. नए संसद भवन को बनाने की पहल के पीछे संकीर्ण बैठने की जगह, संकटग्रस्त बुनियादी ढांचा, अप्रचलित संचार संरचनाएं, सुरक्षा संबंधी चिंताएं और अपर्याप्त कार्यक्षेत्र कुछ प्रमुख कारण हैं.

एक अन्य अधिकारी ने कहा. 'पूर्ण लोकतंत्र के लिए द्विसदनीय विधायिका को समायोजित करने के लिए वर्तमान भवन को कभी भी डिजाइन नहीं किया गया था. 1971 की जनगणना के आधार पर किए गए परिसीमन के आधार पर लोकसभा सीटों की संख्या 545 पर अपरिवर्तित बनी हुई है. 2026 के बाद इसमें काफी वृद्धि होने की संभावना है क्योंकि सीटों की कुल संख्या पर रोक केवल 2026 तक है. बैठने की व्यवस्था तंग और बोझिल है, दूसरी पंक्ति के आगे कोई डेस्क नहीं है.'

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आगे अधिकारी ने कहा, 'सेंट्रल हॉल में केवल 440 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता है. जब संयुक्त अधिवेशन होते हैं तो सीमित सीटों की समस्या बढ़ जाती है.' एक अनुमान के अनुसार, नए संसद भवन में लोकसभा कक्ष के लिए 888 सीटें हैं, जबकि राज्यसभा में 384 सीटें होंगी. CPWD ने हाल ही में नई संसद के लिए कुछ फिनिशिंग कार्य के लिए टेंडर भी जारी किए हैं, जिसमें रायसीना रोड और रेड क्रॉस रोड पर सेवाओं के लिए प्लॉट विकसित करने के लिए 9.29 करोड़ रुपये का टेंडर और 36 महीने के लिए नए भवन के मैकेनाइज्ड हाउसकीपिंग के लिए 24.65 करोड़ रुपये का टेंडर शामिल है.

Last Updated :Jan 20, 2023, 11:07 PM IST
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