नई दिल्ली: देशभर की सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अगले साल से कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन के आधार पर दाखिला प्रक्रिया शुरू हो सकती है. दरअसल, यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) की एक एक्सपर्ट कमेटी इस पर विचार कर रही है, जिसके अंतर्गत 'सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंटरेंस टेस्ट' (CUCET) सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में लागू किया जाए.
सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के लिए होगा CUCET
इसके साथ ही दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी ग्रेजुएशन कोर्स में प्रवेश के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट अगले एकेडमिक सेशन से लागू हो सकता है. हालांकि यह कॉमन एंट्रेंस केवल एक यूनिवर्सिटी के लिए नहीं होगा, बल्कि देशभर के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए 12वीं पास कर आए छात्रों को यह टेस्ट देना होगा.
जिसके बाद स्कोर के मुताबिक, छात्र दिल्ली यूनिवर्सिटी से लेकर बीएचयू, एएमयू समेत सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में दाखिला ले पाएंगे. यानी कि देशभर की किसी भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के लिए छात्रों को कॉमन एंट्रेंस टेस्ट देना अनिवार्य होगा.
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SAT की तर्ज पर लागू होगा CUCET
सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट को लेकर दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक्टिंग वाइस चांसलर प्रोफेसर पीसी जोशी ने बताया कि जिस प्रकार अमेरिका में कॉलेजों में दाखिला लेने के लिए स्कॉलास्टिक एप्टिट्यूड टेस्ट (SAT) देना होता है. ठीक उसी की तर्ज पर हमारे देश में सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CUCET) लागू किए जाने की तैयारी की जा रही है.
यह टेस्ट नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा करवाया जाएगा और इस टेस्ट को देने के बाद छात्र देशभर की किसी भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाखिला ले पाएंगे. इसे एकेडमिक सेशन 2021-22 से लागू किए जाने की कोशिश की जा रही है.