hareli tihar 2022: महासमुंद में हर्षोल्लास के साथ बच्चे बुजुर्ग मना रहे हरेली
महासमुंद: छत्तीसगढ़ राज्य पूरे भारत में अपने तीज और लोक परंपरा के लिए जाना जाता है. हरेली जो सावन मास की शुरुआत का प्रतीक है, इसे छत्तीसगढ़ राज्य के पहले त्योहार के रूप में भी (People celebrating Hareli with in Mahasamund) मनाया जाता है. यह पारंपरिक कृषि त्योहार (hareli tihar 2022) है. किसानों के लिए इस तिहार का विशेष महत्व है, क्योंकि हर वर्ष इस दिन किसान अपने खेती का काम पूर्ण होने के बाद खेती में इस्तेमाल किए जाने वाले हल और अन्य औजारों की पूजा अर्चना करते है. किसान अपने पूर्वजों, इष्टदेव, कुलदेव की भी पूजा करते हैं और अच्छी फसल की कामना करते हैं. किसान डेढ़ से दो महीने तक फसल लगाने का काम खत्म करने के बाद इस त्योहार को मनाते हैं. महासमुन्द जिले में भी बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ हरेली तिहार मनाया (hareli festival 2022) गया. इस पर्व पर बच्चों के लिए गांवों में कई तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. लकड़ी के टुकड़ों से बने टुकड़े, जिसे छत्तीसगढ़ में 'गेड़ी' के नाम से जाना जाता है, उस पर चलकर बच्चे, बुजुर्ग अपने हरेली तिहार को मनाते है. महासमुन्द जिले में यह त्योहार प्रत्येक ब्लाक के हर घर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है.