नक्सल पीड़ित परिवारों का दर्द: ना घर है, ना जमीन और ना ही नौकरी
सोमवार को जिला मुख्यालय कांकेर में 200 नक्सल पीड़ित परिवार इकट्ठा हुए. उन्होंने शासन-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाएं हैं. पीड़ित परिवारों का कहना है कि उनके पास ना जमीन है, ना जायदाद है और ना ही नौकरी है. ना वे अपने गांव जा सकते हैं, ना शहर में रह सकते हैं.