सूरजपुर : पुलिस ने चिटफंड कंपनी के नाम पर 30 करोड़ रुपए का घोटाला करने वाले कंपनी के संचालक को गिरफ्तार किया (PACL Director arrested in surajpur ) है. दरअसल यह पूरा मामला वर्ष 2016 का है. जब सूरजपुर जिले में पीएसीएल कंपनी के नाम से लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी. चिटफंड कंपनी ने पैसा दोगने करने के नाम पर करोड़ों रुपए का गबन किया था. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. इस कंपनी ने दर्जनों लोगों से लगभग 30 करोड़ रुपए की ठगी की. जिस पर कार्यवाई करते हुए पुलिस ने पहले तीन डायरेक्टरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. लेकिन एक आरोपी जोगिंदर टाइगर लगातार फरार चल रहा (PACL company chit fund case in surajpur ) था.
कवर्धा जेल में बंद था आरोपी : इसी बीच पुलिस (surajpur police station area ) को जानकारी मिली कि जोगिंदर किसी अपराध में कवर्धा जेल में बंद है. जिसके बाद सूरजपुर पुलिस ने कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट जारी कराकर उसे हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया. पूरे मामले की सघनता से जांच करने के लिए पुलिस ने कोर्ट से आरोपी की रिमांड मांगी थी. जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए आरोपी को पुलिस रिमांड कोतवाली पुलिस को दे दी है. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
चिटफंड कंपनियों का फैला जाल : हम आपको बता दें आरोपी जोगिंदर टाइगर के खिलाफ छत्तीसगढ़ के कई थानों में भी मामले दर्ज हैं.आपको बता दें कि देशभर में चिटफंड कंपनी रजिस्ट्रेशन करा कर लोगों को लोगों को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि चिटफंड कंपनियों पर कार्यवाई नहीं हो रही है. जितनी तेजी से इन चिटफंड कंपनियों पर कार्यवाई हो रही है. उतनी ही तेजी से दूसरे चिटफंड कंपनी बनाकर फिर इन भोले भाले ग्रामीणों को ठग रहे हैं. वहीं जिला प्रशासन ने जागरूकता अभियान चलाना चाहिए. जिससे भोले-भाले ग्रामीण जागरूक हो सके और ऐसे चिटफंड कंपनियों के चंगुल में ना आए.