World Rose Day 2022: कैंसर से बचाव के तेज हुए प्रयास, सुविधाएं बढ़ी तो मरीज भी ज्यादा

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Published : Sep 22, 2022, 12:54 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

Intensified efforts to prevent cancer

World Rose Day 2022: कैंसर से जूझ रहे लोगों के जीवन में खुशियां लाने और जीवन का महत्व समझाने के लिए 22 सितंबर को वर्ल्ड रोज डे मनाया जाता है. इसका उद्देश्य कैंसर पीड़ितों का दुख बांटना है. समाज को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से मुक्ति दिलाने (Cancer relief efforts in Surguja) के लिए विशेष प्रयास भी किए जा रहे हैं. सरगुजा संभाग में कैंसर मुक्ति के लिये किस तरह के प्रयास हुये हैं, ETV भारत ने इसकी पड़ताल की है.

सरगुजा: कैंसर की रोकथाम के लिये सरगुजा में प्रयास (Cancer relief efforts in Surguja) हुए हैं तो वहीं लोगों में स्क्रीनिंग के प्रति जागरूकता आई है. 201 कैंसर के मरीज डिटेक्ट किये जा चुके हैं. बड़ी बात ये है कि कैंसर की जो जांच पहले मुंबई और फिर रायपुर के भरोसे थी, वो अब अम्बिकापुर में भी शुरू हो चुकी है.

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बढ़ी मरीजों की संख्या: सरगुजा संभाग में कैंसर के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है. अब तक के आंकड़े बताते हैं कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले डेढ़ वर्ष में 201 कैंसर मरीजों की पहचान हो चुकी है, जबकि इनमें से 113 लोगों के ऑपरेशन किए गए है. इनमें से सबसे ज्यादा मुंह के कैंसर के मरीज हैं, जबकि बच्चेदानी, ब्रेस्ट कैंसर के मरीज भी बड़ी संख्या में मिल रहे हैं.

कीमोथेरेपी: अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अंतर्गत अर्बन हेल्थ सेंटर नवापारा में कैंसर के मरीजों के लिए कीमोथेरेपी की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है. यहां कैंसर के मरीजों को निःशुल्क कीमोथेरेपी दी जाती है. अब तक यहां 150 कैंसर मरीजों को 250 कीमोथेरेपी दी जा चुकी है.

कैंसर की रोकथाम के लिये सरगुजा में प्रयास

201 मरीज 113 ऑपरेशन: मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संभाग भर से अब तक 2000 सैंपल की जांच की गई, जिसमें 201 कैंसर मरीजों की पहचान हुई है. इनमें से लगभग 113 मरीजों का ऑपरेशन किया गया है. हालांकि ऑपरेशन के बाद भी कैंसर के मरीज को इस खतरनाक बीमारी से उबरने में वर्षों का समय लग जाता है. इसलिए यह कहना तो संभव नहीं है कि कैंसर के मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं, लेकिन इन ऑपरेशन के बाद ज्यादातर मरीज फिलहाल राहत में हैं.

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सबसे अधिक ओरल कैंसर: संभाग भर में मिले 201 कैंसर के मरीजों में सर्वाधिक 90 ओरल कैंसर के मरीज मिल चुके हैं, जबकि गर्भाशय के 47, ब्रेस्ट के 14, स्किन के 26, यूट्रस ओवरी कैंसर के 15 सहित अन्य कैंसर के मरीज सामने आ चुके हैं. सरगुजा जिले को धूम्रपान मुक्त घोषित किया जा चुका है. इसके लिये लगातार अभियान चलाए गये. लोगों को जागरूक किया गया. इस वजह से ही लोग अपनी जांच कराने आगे आये और इतने मरीजों की पहचान हो सकी है.

सरगुजा में इम्यूनो हिस्टो केमिस्ट्री जांच: अम्बिकापुर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद से ही अस्पताल में कैंसर के मरीजों की पहचान और उपचार की दिशा में काम किया जा रहा है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अत्याधुनिक हिस्टो पैथोलॉजी, इम्यूनो हिस्टो केमिस्ट्री जैसी जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है. इन्ही जांच सुविधाओं की मदद से मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर कैंसर के मरीजों की जांच कर रहे हैं.

अंबिकापुर में कैंसर स्पेशलिस्ट उपलब्ध: जिले को धूम्रपान मुक्त का तमगा मिलने के बाद अब प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को कड़ी कार्रवाई का अधिकार भी मिल चुका है. इस अभियान के कारण तम्बाखू सेवन करने वाले लोगों में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता देखी जा रही है. मुम्बई में होने वाली इम्यूनो हिस्टो केमेस्ट्री जांच यहां शुरू है. निःशुल्क कीमोथेरेपी हो रही है. तमाम सर्जन उपलब्ध हैं, जो ऑपरेशन कर रहे हैं. इसके साथ एक कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी तैनात किया गया है.

Last Updated :Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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