Bhanupratappur Bye Election 2022 : आदिवासियों ने बिगाड़ा खेल, कांग्रेस भाजपा के लिए बढ़ी मुश्किलें

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Published : Nov 14, 2022, 6:16 PM IST

Updated : Nov 14, 2022, 6:51 PM IST

आदिवासियों ने बिगाड़ा खेल, कांग्रेस भाजपा के लिए बढ़ी मुश्किलें

भानुप्रतापपुर उपचुनाव में चंद दिन ही शेष रह गए हैं. वही नामांकन की अंतिम तारीख भी नजदीक आ रही है. 17 नवंबर नामांकन की अंतिम तारीख है. लेकिन अब तक भाजपा और कांग्रेस ने अपने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. सभी लोगों की निगाहें इन दोनों ही राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों पर टिकी हुई है. कांग्रेस से संभावित उम्मीदवार सावित्री मंडावी के समर्थकों नामांकन लिए जाने की सूचना है. इस बीच करीब 50 से ज्यादा आदिवासियों के नामांकन लेने की भी जानकारी मिल रही है. जो कहीं ना कहीं भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के समीकरण बिगाड़ सकती है.

रायपुर : भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार तय करने के लिए सोमवार को प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक संपन हुई. इसमें तीन नामों का पैनल बनाकर हाईकमान को भेजा गया है. भेजे तीन नामों में सावित्री मंडावी का नाम लगभग तय माना जा रहा है. यही वजह है कि सावित्री मंडावी के समर्थकों के द्वारा नामांकन के लिए फॉर्म लिया गया है. जबकि पार्टी ने अब तक भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है. (Tribals increase troubles of Congress BJP )

आदिवासियों ने बिगाड़ा खेल, कांग्रेस भाजपा के लिए बढ़ी मुश्किलें
कौन है सावित्री मंडावी : प्रदेश चुनाव समिति की इस बैठक के बाद नामों का पैनल केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा गया है. इससे पहले जो सर्वे हुआ है. उसमें सावित्री मंडावी का दावा मजबूत बताया जा रहा है.सावित्री मंडावी दिवंगत विधायक मनोज मंडावी की पत्नी है. उन्होंने सरकारी सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए पहले ही आवेदन दे दिया है.आलाकमान की मुहर के बाद उम्मीदवार का नाम : कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में संपन्न चुनाव समिति की बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि '' भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार का पैनल बनाकर भेज दिया गया है. नाम पर आलाकमान की मुहर लगते ही एक दो दिन में ऐलान कर दिया जाएगा.'' वहीं भानूप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए आदिवासियों के द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि '' जब तक नामांकन दाखिल ना हो जाए, स्कूटनी प्रक्रिया होगी, उसके बाद नाम वापसी होगा. नाम वापसी के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि कौन चुनाव लड़ रहा है कौन नहीं.''

आदिवासी समाज ने बिगाड़ा समीकरण : आरक्षण कटौती के मसले पर आदिवासी समाज सरकार से बेहद नाराज चल रहा है. ऐसे में न तो वे कांग्रेस के साथ जाना चाहते है और न ही भाजपा के साथ. मसलन समाज ने हर गांव से एक कैंडिडेट उतारने की घोषणा की है. सोमवार को 50 से अधिक आदिवासियों ने नामांकन ख़रीदा है. इससे पहले तक केवल दो ही फार्म खरीदे गए थे. भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में 465 गांव है.यदि आदिवासी समाज के घोषणा के अनुसार हर गांव से एक कैंडिडेट चुनाव में उतारता है तो राजनीतिक दलों के साथ-साथ चुनाव आयोग की मुसीबत बढ़ सकती है.

कांग्रेस में 14 नामों का बनाया गया था पैनल : कांग्रेस चुनाव समिति भानुप्रतापपुर से पार्टी उम्मीदवारी के दावेदारों सावित्री मंडावी, राजेंद्र सलाम, जीवन राम ठाकुर, ठाकुर राम कश्यप, धनीराम धुर्वा, विजय ठाकुर, हेमंत कुमार ध्रुव, बीरेश ठाकुर, ललित नरेटी, सुनाराम तेता, राजेश पोटाई, तुषार ठाकुर और अनिता उइके में से सबसे योग्य नामों का पैनल बनाएगी. इसमें मदद के लिए पार्टी ने आंतरिक सर्वे कराया है. वहीं सरकार की ओर से भी एक-एक नेता के बारे में गोपनीय सर्वे रिपोर्ट मंगाई गई है. इन्हीं के आधार पर तीन नामों का पैनल बनाकर अपनी सिफारिश के साथ चुनाव समिति ने केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा है.

भाजपा से संभावित पांच उमीदवार : वहीं भाजपा में भी भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है. पहले 17 नामों का पैनल तैयार किया गया था. उसके बाद 5 नाम शॉर्टलिस्ट किया गया. यह 5 नाम केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा है. इसमें पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम, भाजपा जिला उपाध्यक्ष गौतम उइके, पूर्व सीएमएचओ डॉ गंभीर सिंह ठाकुर के बेटे हेमंत सिंह ठाकुर, एसटी मोर्चा के कार्यसमिति सदस्य परमानंद त्रेता और चारामा के विजय मंडावी का नाम शामिल है. नाम की घोषणा नामांकन समाप्ति से एक- दो दिन पहले की जाएगी.

17 में से 5 नामों को भेजा गया भाजपा चुनाव समिति में : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने जानकारी देते हुए बताया कि ''भाजपा ने भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी चयन हेतु रामविचार नेताम, शिवरतन शर्मा, संतोष पांडेय तथा रंजना साहू की सदस्यता वाली 4 सदस्यीय टीम बनाई थी. जिसने भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही बड़ी संख्या में अन्य लोगों से मुलाकात कर बातचीत की. जिसमें 17 नाम सामने आए.सभी नामों पर विचार करके 5 नामों का पैनल केंद्रीय चुनाव समिति को भेज रहे हैं.''


उपचुनाव का स्ट्राइक रेट बरकरार रखना चाहेगी कांग्रेस : 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में हर साल उप चुनाव हुए हैं. दंतेवाड़ा, चित्रकोट, मरवाही, खैरागढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस के उम्मीदवारों ने एकतरफा जीत दर्ज की है. पिछले चार चुनाव में एकमात्र चित्रकोट सीट ही 2018 के आम चुनाव में कांग्रेस के खाते में थी. इसका मतलब है कि इन चुनावों में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 100% था. इस कार्यकाल में यह विधानसभा का पांचवा उपचुनाव होगा. पार्टी इस स्ट्राइक रेट को बरकरार रखने की कोशिश में है.

कांग्रेस विधायक के निधन से खाली हुई है सीट : भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक मनोज कुमार मंडावी का 16 अक्टूबर की सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. उसके बाद इस सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया. निर्वाचन आयोग ने चुनाव की अधिसूचना 10 नवम्बर को जारी कर दिया है. 17 नवम्बर नामांकन की अंतिम तिथि है. नया विधायक चुनने के लिए पांच दिसम्बर को मतदान होगा. आठ दिसम्बर को मतगणना होगी और परिणाम घोषित किया. जाएगा.Bhanupratappur Bye Election 2022

Last Updated :Nov 14, 2022, 6:51 PM IST
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