Republic Day 2023: जानिए गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं, क्या है इस दिन का महत्व

author img

By

Published : Jan 7, 2023, 10:42 PM IST

Updated : Jan 26, 2023, 7:05 AM IST

Why Republic Day is celebrated on 26 January

संविधान सभा ने भारत के संविधान को 26 नवंबर 1949 को अपनाया था.Why Republic Day is celebrated on 26 January जिसे देशभर में 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था. इसके अलावा भी 26 नवंबर को गणतंत्र दिवस बनाने का एक कारण और है.constitution of india adopted on 26 january 1950.इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) ने 1929 में भारतीय स्वतंत्रता की घोषणा की घोषणा की थी. इस कदम के साथ ही भारत ने लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ एक स्वतंत्र गणराज्य बनने की दिशा में अपना आंदोलन को पूरा किया था. जो आज दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है.

रायपुर: हमारे देश ने आजादी, भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 के माध्यम से हासिल की है.Why Republic Day is celebrated on 26 January हमारा स्वतंत्रता दिवस ब्रिटिश शासन से आजादी के जश्न के रूप में मनाया जाता है. जबकि गणतंत्र दिवस संविधान के लागू होने के जश्न के रुप में हम मनाते हैं.constitution of india adopted on 26 january 1950 गणतंत्र दिवस के लिए 26 जनवरी की तारीख को ही इसलिए चुना गया. क्योंकि 1929 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ब्रिटिश शासन के डोमिनियन स्टेटस का विरोध करते हुए भारतीय स्वतंत्रता की घोषणा (पूर्ण स्वराज) जारी की थी.

आजादी के बाद स्वतंत्र भारत के संविधान का गठन: 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली थी.Why Republic Day is celebrated on 26 January जिसके बाद स्वतंत्र भारत के लिए एक स्थायी संविधान तैयार करना जरूरी था. जिसके लिए 29 अगस्त को एक समिति का गठन किया गया. Dr BR Ambedkar को इस समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया.constitution of india adopted on 26 january 1950. 4 नवंबर 1947 को इस समिति ने संविधान का खाका तैयार किया. जिसे संविधान सभा को सौंपा गया. जिसके बाद इस संविधान को अंतिम रूप में अपनाने से पहले विधानसभा ने लगभग दो साल तक कई सत्रों में इस पर चर्चा की.

24 जनवरी 1950 को अपनाया गया संविधान: 24 जनवरी 1950 को विधानसभा के 308 सदस्यों ने समझौते के दो हस्तलिखित संस्करणों पर हस्ताक्षर किए.Why Republic Day is celebrated on 26 January जिसमें से एक हिंदी में और एक अंग्रेजी में था. इसके बाद भी विचार विमर्श किया गया. जिसके बाद कुछ बदलाव निकल कर आए.constitution of india adopted on 26 january 1950 दो दिन बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ. इसी दिन Dr Rajendra Prasad ने भारत के राष्ट्रपति के रूप में अपना पहला कार्यकाल शुरू किया. भारत ने संविधान को औपचारिक रूप से 1950 में अपनाया था. संविधान ने ब्रिटिश औपनिवेशिक भारत सरकार अधिनियम (1935) का स्थान लिया.

यह भी पढ़ें: Joshimath: 1976 में हुई थी जोशीमठ के खतरे की भविष्यवाणी

सबसे बड़ा और सबसे लंबा संविधान भारत का: भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान होने के साथ सबसे लंबा संविधान भी है.Why Republic Day is celebrated on 26 January इसमें लगभग 146,385 शब्द लिखे गए हैं. इसमें 444 लेख हैं, जो 22 भागों में विभाजित हैं.constitution of india adopted on 26 january 1950 12 अनुसूचियां जो आज संशोधनों के बाद 118 है.

Last Updated :Jan 26, 2023, 7:05 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.