अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं केंद्र अग्निपथ योजना वापस ले- सीएम भूपेश बघेल

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Published : Jun 19, 2022, 7:17 PM IST

Updated : Jun 19, 2022, 8:22 PM IST

Controversy over Agnipath scheme

सीएम भूपेश बघेल ने अग्निपथ योजना को लेकर बड़ा बयान ( Controversy over Agnipath scheme) दिया है. सीएम ने कहा है कि इस योजना में कई खामियां हैं इसलिए इसे केंद्र सरकार को तुरंत वापस लेना (CM Bhupesh Baghel targets Modi government over Agneepath scheme) चाहिए. उन्होंने आशंका जताई है कि अग्निपथ योजना से आर्म्स की ट्रेनिंग लेकर जो युवा चार साल बाद बाहर आएंगे वह गलत हाथों में जा सकते ( Agneepath scheme Agniveer can go on wrong way) हैं.

रायपुर: अग्निपथ योजना पर सीएम भूपेश बघेल ने सवाल खड़े किए हैं. सीएम ने कहा कि इस योजना में ( Controversy over Agnipath scheme) कई खामियां हैं. इसलिए इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए. सीएम बघेल ने कहा कि पूरे देश में इस योजना का विरोध हो रहा है. इसलिए इस योजना को तुरंतर वापस लेना (CM Bhupesh Baghel targets Modi government over Agneepath scheme) चाहिए.

सीएम ने केंद्र से अग्निपथ योजना वापस लेने की मांग की

"चार साल बाद युवा अगर गलत हाथों में चला गया तो": सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "अगर चार साल बाद युवा गलत हाथों में चला गया तो क्या करेंगे. सेना में अग्निपथ के जरिए चार साल के बाद सिर्फ 25 फीसदी युवा रखे जाएंगे. जो 75 फीसदी युवा निकलेंगे उनका क्या (Agneepath scheme Agniveer) होगा. सेना में सिर्फ दो बातें सिखाई जाती है. यह तुम्हारा दोस्त है. यह तुम्हारा दुश्मन है. तीसरी बात कोई नहीं सिखाई जाती है. ऐसे में अगर चार साल बाद 75 फीसदी युवा अग्निपथ से वापस निकलेंगे तो वह गलत हाथों में जा सकते हैं. वह देश के दुश्मनों और एंटी सोशल एलीमेंट के ट्रेनर बन सकते हैं. यह सब बातें इस योजना पर बातचीत के दौरान छनकर आईं हैं". सीएम ने कहा चार साल बाद जो युवा आएंगे," वे जो बेरोजगार हो जाएंगे उन्हें आर्म्स की ट्रेनिंग होगी ,वह बंदूक चलाना जानते हैं, अगर ऐसे युवा इतनी बड़ी संख्या में गलत हाथों पर चले गए तो समाज की स्थिति क्या होगी. इसके बारे में कोई कल्पना कर (Agniveer can go on wrong way) सकता है.

"पुलिस और सेना की ट्रेनिंग होती है अलग": सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "सेना और पुलिस की ट्रेनिंग अलग होती है. इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए. पुलिस को आंतरिक कानून व्यवस्था से जुडे़ मसलों की ट्रेनिंग दी जाती है. उन्हें सोशल पुलिसिंग के बारे में बताया जाता है जबकि सेना की ट्रेनिंग अलग होती है. पुलिस में बल प्रयोग को आखिरी उपाय माना जाता है. जबकि सेना में बल प्रयोग को प्राथमिकता दी जाती है"

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"10 या 12 लाख रुपये की राशि क्या होती है": सीएम भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार से पूछा कि "दस या 12 लाख की राशि क्या होती है. वह कैसे इन पैसों से अपना परिवार चलाएगा. एक शादी पार्टी में ही 10 से 12 लाख की राशि खत्म हो जाती है. उसके बाद वह जवान जो अग्निपथ योजना से वापस आएगा वह अपना परिवार कैसे संभालेगा".




"क्या भारत सरकार के पास पैसा नहीं है यह बताना चाहिए": सीएम ने भारत सरकार से पूछा है कि भारत सरकार को यह बताना चाहिए क्या उनके पास पैसा नहीं है जो वह सेना में भर्ती प्रक्रिया ठेके के रूप में करने का काम कर रही है.

"अभी भी समय है अग्निपथ योजना केंद्र वापस ले": सीएम बघेल ने कहा कि "हम केंद्र सरकार से अभी भी कह रहे हैं कि कोई चीजें बिगड़ी नहीं है केंद्र सरकार यह आदेश को वापस ले. जो सेना में भर्ती प्रक्रिया है उस तरह से भर्ती करें. जिससे नौजवानों का भी गुस्सा खत्म हो सके. उनके अंदर देश सेवा करने का जो जज्बा है और परिवार की सुरक्षा की जो बात है वह बनी रहे. दोनों चीजों की पूर्ति होनी चाहिए. देश की सीमा की सुरक्षा भी होनी चाहिए और जो सैनिक हैं उनके परिवार भी सुरक्षित होने चाहिए".

Last Updated :Jun 19, 2022, 8:22 PM IST
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