प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से भर रहा गरीबों का पेट, वरदान बनी योजना

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Published : Jun 21, 2021, 10:01 PM IST

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कोरोना काल में हमने कई मंजर देखे हैं. इस दौरान कई लोगों को दो वक्त की रोटी तक जुगाड़ने में परेशानी हो रही थी. ऐसे में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (Prime Minister Garib Kalyan Yojana) लोगों के लिए एक बहुत बड़ी मदद बनी. योजना के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है.

महासमुंद: कोविड-19 के दौर में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (Prime Minister Garib Kalyan Yojana) महासमुंद जिले के अंत्योदय, प्राथमिकता वाले राशनकार्ड धारियों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस कोरोना महामारी (corona pandemic) में मेहनत,मजदूरी करने वाले परिवारों को दो वक्त की रोटी जुगाड़ने में दिक्कत हो रही थी. वैसे में इस योजना से उन्हें काफी फायदा हुआ है. मोदी सरकार की इस योजना के तहत घर के हर सदस्य को पांच किलो चावल मिलने से गरीब परिवारों का पेट भर रहा है.

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना

क्या है पीएम गरीब कल्याण योजना ?

कोरोना संकट के मद्देनजर गरीबों की मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मार्च 2020 में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरूआत की. इस योजना के तहत हर अंत्योदय वाले राशन कार्डधारियों को प्रति सदस्य पांच किलो चावल और प्राथमिकता वाले कार्डधारियों को चार सदस्य होने पर तीन किलो चावल प्रति सदस्य मुफ्त दिया जा रहा है.

बढ़ाई गई योजना की अवधि

महासमुंद जिले में इस योजना के तहत 578 उचित मूल्य की दुकानों से 2 लाख 69 हजार 509 अंत्योदय, प्राथमिकता राशन कार्ड धारियों तक इस योजना का फायदा पहुंचाया जा रहा है. ये योजना पहले अप्रैल से जून तक के लिए संचालित थी. जिसे बढ़ाकर नवंबर तक के लिए कर दिया गया है. अब दूसरे कोरोना काल में इस योजना को दोबारा शुरू कर दिया गया है.

हितग्राहियों ने किया धन्यवाद

इस योजना की जमीनी हकीकत जानने के लिए ETV भारत शहर के शासकीय उचित मूल्य की दुकान (government ration shop) सुभाष नगर का जायजा लिया. जहां बीपीएल परिवारों से इस योजना के संदर्भ में जानकारी ली. लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना केन्द्र सरकार की सबसे अच्छी योजना है. ग्रामीणों का कहना है कि इस कोरोना काल में लोगों का रोजगार छूट गया. रोजगार के लिए जब किसी के पास जाते हैं तो कोरोना का हवाला देकर मना कर दिया जाता है. ऐसे में घर का चूल्हा जलना मुश्किल हो गया था. जब से सरकार ने पांच किलो चावल देना शुरू किया है, तब से हम लोगों के घरों में चूल्हा जलने लगा है. इसलिए हम लोग केंद्र सरकार के शुक्रगुजार हैं. जिसने हम गरीबो के बारे में सोचा.

छत्तीसगढ़ में जुलाई से नवंबर महीने तक गरीबों को मिलेगा मुफ्त चावल

गरीब तबके को राहत पहुंचाने वाली योजना: खाद्य अधिकारी

इस पूरे मामले में जिला खाद्य अधिकारी का कहना है कि कोरोना काल में गरीब तबके के लोगों को राहत के तौर पर राशन देने के लिए इस योजना की शुरूआत की गई है. जिले में कुल राशन कार्ड धारियों की संख्या 3 लाख 15 हजार 069 है. जिनमें से 41 हजार 412 एपीएल कार्ड धारी हैं. 2 लाख 73 हजार 657 अंत्योदय कार्डधारी हैं. जिन्हें इस योजना का फायदा मिल रहा है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel) ने भी कोरोना महामारी (corona pandemic) के चलते छत्तीसगढ़ के गरीब परिवारों को बड़ी राहत दी. सीएम ने भी छत्तीसगढ़ में गरीब परिवारों को जुलाई से नवंबर महीने तक का चावल मुफ्त देने की घोषणा की है. प्रदेश के सभी बीपीएल राशन कार्ड (BPL ration card) धारकों को जुलाई से नवंबर तक 5 महीने का चावल मुफ्त दिया जाएगा.

अतिरिक्त चावल देने की भी घोषणा

मुख्यमंत्री भूपेश ने राज्य खाद्य सुरक्षा अधिनियम (State Food Security Act) के तहत जारी सभी राशन कार्डों को पीएम गरीब कल्याण योजना (PM Garib Kalyan Yojana) के समकक्ष अतिरिक्त चावल भी देने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री की इस घोषणा से प्रदेश के 67 लाख 90 हजार 987 राशनकार्ड के 2 करोड़ 51 लाख 46 हजार 424 लोगों को फायदा होगा.

मई और जून महीने का राशन भी मुफ्त

छत्तीसगढ़ सरकार (chhattisgarh government) की ओर से राज्य के गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राहत प्रदान करने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मई और जून महीने का चावल भी निशुल्क वितरण किया गया है. सीएम बघेल की घोषणा के तहत गरीब परिवारों को अब जुलाई से नवंबर महीने तक का चावल भी मुफ्त दिया जाएगा. इस फैसले से प्रदेश के अंत्योदय राशन कार्ड (antyodaya ration card), प्राथमिकता वाले राशन कार्ड, अन्नपूर्णा राशनकार्ड, निराश्रित और निशक्तजन को जारी राशन कार्डधारियों को फायदा मिलेगा.

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