कोंडागांव में एनीमिया मुक्त अभियान की शुरुआत

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Published : Sep 9, 2022, 5:16 PM IST

कोंडागांव में एनीमिया मुक्त अभियान की शुरुआत

कोंडागांव जिले को एनीमिया मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कसी है. जिला प्रशासन ने इसके लिए विशेष कार्यक्रम यूनिसेफ की मदद से तैयार किया है. जिसमें पूरे जिले में अभियान चलाकर एनीमिया प्रभावित मरीज को ठीक किया जाएगा.Kondagaon latest news

कोंडागांव : जिला प्रशासन पूरे कोंडागांव जिले को एनीमिया मुक्त करने के लिए लगातार कोशिश कर रही है. इसके लिए कोंडागांव मुख्यालय के गुंडाधुर महाविद्यालय से जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम और कलेक्टर दीपक सोनी (Kondagaon Collector Deepak Soni) ने एनीमिया मुक्त कोंडागांव का शुभांरभ (Anemia free campaign started in Kondagaon ) किया. जिला प्रशासन और युनिसेफ के सहयोग से इस कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा. ताकि एनिमिया मुक्त कोंडागांव के संकल्प को पूरा किया जा सके. कलेक्टर दीपक सोनी ने जिले को एनीमिया मुक्त कराने के लिए माताओं एवं युवतियों को पारंपरिक भोजन को अपनाने को कहा है. जिला प्रशासन ने इसके लिए कुलथी, चरोटा, मुनगा जैसी औषधीय गुणों से परिपूर्ण स्थानीय भाजियों को प्रोत्साहित करने की सलाह दी है.

रिकॉल पद्धति एवं सुपोषण कक्षाओं जागरुकता : कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि '' जिले में एनीमिया के अधिक मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत एनीमिया मुक्त कोंडागांव अभियान प्रारंभ किया जा रहा है. यह अभियान दो चरणों में संचालित किया जाएगा.जिसमें पहले चरण में 15 से 25 वर्ष तक की युवतियों को और दूसरे चरण में गर्भवती महिलाओं को शामिल किया जाएगा. सभी का प्रत्येक 02 माह में रक्त जांच कर हीमोग्लोबिन के स्तर की जांच की जाएगी. इसका डाटा एनीमिया मुक्त कोंडागांव एप के माध्यम से कोई भी महिला अपनी जांच रिपोर्ट एवं अपनी प्रगति के संबंध में भी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे. सभी स्कूलों कॉलेजों छात्रावासों एवं संस्थाओं को विशेष ध्यान देते हुए यहां रिकॉल पद्धति से पोषण स्तर पर कार्य किया जाएगा. साथ ही सुपोषण की जानकारी हेतु विशेष सुपोषण कक्षाएं भी लगाई जाएंगी.

कैसे संचालित होगा कार्यक्रम : कलेक्टर ने बताया कि ''एनीमिया से मुक्ति के लिए शैक्षणिक संस्थाओं एवं आश्रम छात्रावासों पर विशेष ध्यान देकर यहां नियमित रूप से जांच और आयरन फॉलिक एसिड की दवाईयां वितरित की जायेंगी. साथ ही एनीमिया से मुक्त हुए संस्थानों को एनीमिया मुक्त संस्थान घोषित करने के साथ उनका सम्मान भी किया जाएगा.

तिरंगा भोजन की दी गई जानकारी : इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग ने महाविद्यालय की छात्राओं की हीमोग्लाबीन जांच के साथ तिरंगा भोजन और अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के लिए जानकारियां भी दी गई. तिरंगा भोजन अंतर्गत केसरिया अर्थात नारंगी फल एवं सब्जियां, सफेद अंतर्गत कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ जैसे चांवल, डेयरी उत्पाद, हरे रंग यानी हरी सब्जियां भोजन में शामिल करने को कहा गया. इसके अतिरिक्त पौष्टिक आहार, आयरन एवं विटामिन की गोलियां, स्वच्छता के संबंध में भी जानकारी दी गई.Kondagaon latest news

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