कांकेर: कांकेर जिले में ऐतिहासिक गढ़िया पहाड़ (Gadiya Pahad Kanker) है. कांकेर नगर वार्डवासियों और गढ़पिछवाड़ी ग्रामीण वन प्रबंधन समिति के बीच तनातनी से कांकेर नगर के वार्ड वासियों ने पहाड़ जाने वाले रास्ते को जाम कर दिया. नगर के राजापारा, टिकरापारा, भंडारीपारा वार्ड की महिलाओं का कहना है कि वे कई सालों से कांकेर के गढ़िया पहाड़ में पूजा पाठ का सामान बेचते आए हैं. अक्सर नवरात्र और शिवरात्रि को दुकान लगाते हैं. लेकिन वन प्रबन्धन समिति और गढ़पिछवाड़ी के लोगों ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया है. इसलिए हम प्रदर्शन कर रहे हैं.
गढ़पिछवाड़ी के ग्रामीण वन प्रबंधन समिति का कहना है कि पहाड़ के तालाब के पास कोई दुकान नहीं लगाने दिया जा रहा (shop in Gadiya mountain ) है. लेकिन दुकानदार वहीं दुकान लगाने को लेकर अड़े हुए थे, इसीलिए उन्हें हटाया गया है.
गढ़िया पहाड़ में नवरात्रि के पर्व (kanker Navratri 2022) में दूर दूर से पर्यटक पहुंचते हैं. कांकेर जिले के आसपास बड़ी संख्या में दर्शक पहाड़ के ऊपर चढ़ कर देवी का दर्शन करते हैं. अचानक पहाड़ जाने वाले मार्ग में महिलाओं के रास्ता जाम करने से पर्यटक और श्रद्धालु परेशान होते रहे.
कांकेर तहसीलदार, एसडीएम और पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद नगर के मोहल्लेवासी पहाड़ जाने के रास्ते से उठे. कांकेर थाने में बैठकों का दौर भी जारी है.
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पहाड़ी इलाके से घिरे कांकेर शहर स्थित गढ़िया पहाड़ का अपना ऐतिहासिक महत्व है. पहाड़ पर कभी ना सूखने वाले तालाब के साथ ही माता कांकेश्वरी, माता शीतला और भगवान शिव का मंदिर है. यहां हर साल नवरात्र व शिवरात्रि पर मेला भरता है. सड़क बनने की वजह से अब गढ़िया पहाड़ तक पहुंचने का रास्ता आसान हो गया है. वन विभाग ने इसे गढ़पिछवाड़ी के लोगों को सौंप दिया है.Kanker latest news