जशपुर : जिले के बाल सम्प्रेक्षण गृह (juvenile home of Jashpur) से 5 अपचारी बालक खिड़की तोड़कर फरार हो गए थे. जिसके बाद हड़कंप मच गया था. आनन-फानन में विभाग ने इसकी जानकारी पुलिस को दी . जिसके बाद बच्चों की खोजबीन शुरू की गई थी. भागने वालों में तीन जिले के कुनकुरी थाना क्षेत्र और दो पत्थलगांव थाना क्षेत्र के रहने वाले थे. इसमे से अधिकांश अपचारी बालकों की संलिप्तता चोरी की घटनाओं में थी. इन सभी पांचों बाल अपचारी बालकों को पकड़ लिया गया है और बाल सम्प्रेक्षण गृह लाया गया है.
कैसे हुए थे फरार :बीती आधी रात को खिड़की तोड़कर फरार हुए इन बाल अपचारियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. महिला बाल विकास अधिकारी अरुण पांडे ने बताया कि ''जशपुर के सम्प्रेक्षण गृह के पीछे की खिड़की तोड़कर पांच अपचारी बालक फरार हो गए थे. प्रबंधकों को इस घटना की जानकारी सुबह मिली . जिसके बाद इसकी सूचना तत्काल कोतवाली पुलिस को दी गई थी. उन्होंने बताया कि ''भागने के बाद इन बच्चों ने दुलदुला में रात बिताई और गुरुवार सुबह बच्चे जैसे ही कुनकुरी अपने घर पहुंचे पहले से मुस्तैद पुलिस और प्रशासन की टीम ने बच्चों को पकड़ (Jashpur police recovered five boys) लिया.''
दोषियों पर कार्रवाई की बात : महिला एवं बाल विकास अधिकारी का कहना है कि ''इस मामले में लापरवाही बरतने वाले दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. मामले को लेकर संप्रेक्षण गृह की अधीक्षिका सोनाली दास और हाऊस फादर विरेद्र खूंटे को नोटिस जारी किया जा रहा (Question on security of Jashpur juvenile home) है. उन्होंने कहा कि ''मामले की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए सभी बालकों की काउंसिलिंग भी किया जाएगा. वहीं मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पाण्डेय (Additional Superintendent of Police Pratibha Pandey) ने बताया कि ''बाल सम्प्रेषण ग्रह जशपुर से 5 अपचारी बालकों द्वारा खिड़की तोड़कर भागने की सूचना पुलिस को मिली थी. जिसके बाद पुलिस की टीम लगातार अपचारी बालकों की तलाश कर रही थी. जिनमें से पांचों बालकों को बरामद कर लिया गया है.''
किसकी है गलती : बहरहाल प्रभारी अधीक्षक सोनाली दास और हॉउस फादर विरेद्र खूंटे समेत होमगार्ड के जवान के रहते इस प्रकार की बड़ी घटना होना बड़ी लापरवाही को उजागर करता है, साथ ही अपचारियों की सुरक्षा को लेकर भी बड़े सवाल हो रहे हैं. अपचारी बालकों के फरार होने के मामले में उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों की भूमिका अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है