गरियाबंद: किसान खाद की कमी से जुझ रहे हैं. नागाबुड़ा कैंपस के सैकड़ों किसान खाद की किल्लत को लेकर भारी नाराजगी के बीच जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां किसानों ने अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जल्द खाद की व्यवस्था कराने की मांग. क्षेत्र में किसानों ने धान की रोपाई बियासी का कार्य पूर्ण कर लिया है.
फसलों को खाद की जरूरत है, ऐसे में सोसायटी से किसानों को खाद नहीं मिल रहा है. जिसके चलते किसानों में काफी नाराजगी देखी जा रही है. सोसायटियों में खाद नहीं मिलने से किसान बाजार से महंगे दर पर खाद की खरीदी करने को मजबूर हैं. जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है.
किसानों ने बताया कि प्रशासन के सुस्त रवैया के चलते किसान खाद के लिए भटक रहा है. मजबूरी में किसान बाजार से महंगे दामों पर खाद लेने को विवश है. किसानों ने कहा मजबूर किसान सोसाइटी से मायूस लौट रहे हैं और कर्ज लेकर बाजार से महंगे दाम पर यूरिया डीएपी और राखड़ खाद की खरीदी कर रहे हैं.
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इस संबंध में किसान नेता चंद्र भूषण सिंह ने बताया कि यूरिया, डीएपी, पोटाश की बेहद सख्त जरूरत है. ऐसे में अगर खाद नहीं मिली तो किसानों की फसल को भारी नुकसान पहुंचेगा. इस समय तक हर किसान दूसरी बार खाद दे चुका होता है मगर इस बार पहली बार भी खाद नहीं मिल पाई है. हर साल सोसायटी किसानों को खाद लेने के लिए अपनी तरफ से दबाव बनाती थी लेकिन इस बार मांगने पर भी यूरिया नहीं मिल रहा है. इससे फसल को काफी नुकसान होगा और बीमारी का खतरा बढ़ जाएगा. एक अन्य किसान ने बताया कि 265 की सरकारी बोरी आती है. जबकि बाजार में 600 रुपए में भी यूरिया मिल रहा है. ऐसे में किसान आखिर जाए तो कहां जाए.
मामले में अपर कलेक्टर ने किसानों की समस्या जल्द सुलझाने की बात कही है. इस संबंध में गरियाबंद के अपर कलेक्टर जेआर चौरसिया ने कहा कि डबल लिंक से खाद भिजवाने का प्रयास किया जा रहा है. कल दोपहर तक नागा बूडा में खाद पहुंचाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. किसानों को खाद के लिए परेशान नहीं होने दिया जाएगा.