धमतरी : शहर में एक अनोखा पीपल का पेड़ लोगों का ध्यान खींच रहा है. एक कपड़े की दुकान के अंदर मौजूद इस पीपल का तना, असामान्य रूप से चपटा (Peepal tree became the center of attraction in Dhamtari) है.25 साल पुराना ये पेड़ करीब 50 फीट से भी ऊंचा है.भले ही इस पेड़ के कारण दुकान की बिल्डिंग को खतरा है लेकिन दुकानदार और उनके कर्मचारी इसे देवता मान कर सुबह-शाम पूजा करते है.
क्यों है पेड़ खास : पीपल के पेड़ का तना लगभग पांच भागों में बंटा हुआ है. करीब 15 फीट तक एक ही लाईन में फैला हुआ है. तने का निचला हिस्सा कुछ इस तरह से आकार लिये हुए है कि मानो मंदिर बना (Peepal tree trunk is flattened in Dhamtari) हो. दुकानदार ने नीचे में खूबसूरत पत्थरों से चबूतरा बनवा दिया है. जिसमें अलग-अलग धर्म संप्रदाय के आस्था के प्रतीकों की मूर्तियां और तस्वीरें रखी हुईं हैं.
कहां से आया ये पेड़ : पहले इस जगह पर दीवार थी.दो दीवारों अपने आप पीपल का पौधा जो आगे चलकर विशाल वृक्ष में बदल गया. दो दीवारों के कारण इसका तना गोलाकार नहीं हो सका.दुकानदार ने जब दीवार की मरम्मत के लिए इसे तोड़ा तो चपटा तने वाला पीपल का पेड़ दिखाई दिया.दुकानदार ने उसी दिन से इसे देवता मान (Peepal tree in Dhamtari cloth shop)लिया.
क्या है पीपल की खास बात : पीपल उन पेड़ो में से है.जो कई सौ साल तक जीते हैं. लगातार अपनी जड़ों और शाखाओं को बढ़ाते रहते हैं. ये पेड़ कहीं भी उग जाते है. इनकी जड़ों का विस्तार अगर किसी भवन में हो जाए तो मजबूत से मजबूत निर्माण को भी फाड़ देते है.इसलिये इस कपड़े की दुकान की बिल्डिंग के लिये भी ये पीपल.. खतरनाक साबित हो सकता है. लेकिन दुकान के मालिक भारत भूषण.. इसे खतरा नहीं बल्कि देवता मानते(Worship of Peepal deity in Dhamtari) है. दुकान के अंदर इसका होना अपना सौभाग्य मानते है.उन्होंने इस पीपल को हमेशा सहेज कर रखने का संकल्प ले रखा है.
पीपल में आस्था का केंद्र : इस दुकान में एक दो नहीं बल्कि 48 कर्मचारी भी काम करते है. जो अलग-अलग धर्म संप्रदायों से ताल्लुक रखते है. सभी की आस्था इस पीपल के पेड़ से जुड़ी हुई है. सभी ने अपने धार्मिक आस्था के प्रतीकों की मूर्तियां या तस्वीरें यहां रखी हुई है.इनमें आपको भगवान हनुमान की मूर्ति भी मिलेगी, तो संत घासीदास और मुस्लिम संत फकीर की तस्वीर भी एक साथ एक कतार में रखी मिलेगी. ये दृश्य सर्वधर्म समभाव का भी एहसास करवाती है. दुकान के सभी कर्मचारी रोजाना सुबह शाम यहां पर एक साथ पूजा करते है...
ग्राहकों में भी चर्चा का विषय : इस दुकान में बड़ी संख्या में ग्राहक भी खरदारी करने आते है.जो भी यहां अंदर आता है.इस अनोखे चपटे पीपल को देख हैरान हो जाता है. भारत देश में धर्म और आस्था हमेशा से ऊपर रही है. उसी भावना के कारण न सिर्फ ये पेड़ बचाया गया है. बल्कि पूजा भी जा रहा है.धमतरी के इस चपटे पीपल से पर्यावरण प्रेम और धार्मिक सद्भाव दोनों ही फैल रहा है.