दंतेवाड़ा: नगर पालिका किरंदुल का अस्थाई दखल शुल्क वसूली 1 मई 2022 से 21 मार्च 2023 तक नगर पालिका के नियम और शर्तों के अनुसार दिया गया (illegal recovery in dantewada) था. जिसमें नगरपालिका के निर्धारित 40 रुपया प्रति माल वाहक वाहन से लिया जाता है. नगर पालिका ने दखल शुल्क की पर्ची आवंटित की. लेकिन अस्थाई दखल शुल्क नाका के पेटी ठेकेदार द्वारा नया कारनामा करते हुए फर्जी बिल बुक और फर्जी सील बनाकर 40 रुपया की पर्ची की जगह 500 रूपया की पर्ची काटी जा रही है.
फर्जी तरीके से पैसा वसूलना अपराध: बता दें कि यह फर्जी कारनामा अस्थाई दखल शुल्क पेटी ठेकेदार ऊंची राजनीतिक पैठ का हवाला देकर किया जा रहा है. जिससे नगरपालिका के राजस्व को भी नुकसान पहुंच रहा है. नगर पालिका का फर्जी बुक सील बनाकर गैर कानूनी तरीके से पैसे वसूल करना कहीं ना कहीं अपराध की श्रेणी में आता है.
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होगी कानूनी कार्रवाई: पेटी ठेकेदार द्वारा इस प्रकार अवैध वसूली से छत्तीसगढ़ शासन और नगरपालिका के राजस्व को करोड़ों का नुकसान हो रहा है. इस मामले को लेकर जब ईटीवी भारत की टीम ने एसडीएम अरुण कुमार सोम से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि "यह मामला मेरे संज्ञान में अभी आया है. फर्जी शासकीय दखल शुल्क पर्ची और सील बना कर अवैध वसूली करना 420 की श्रेणी में आता है. जिस पर जांच कर प्रिंटर बनाने वाले ठेकेदार पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. मुख्य नगरपालिका अधिकारी पवन कुमार मौर्या की मानें तो यहां दखल शुल्क पर्ची हमारे नगर पालिका द्वारा जारी की गई है. हमारे नगरपालिका से 40 रूपया प्रति वाहन पर्ची जारी की जाती है. फर्जी तरीके से पर्ची और सील बनाई गई है, जिसकी उचित जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी".