ये भीड़ न बन जाए कोरोना स्प्रेडर, सावधानियों का रखना होगा ध्यान ?

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Published : Oct 13, 2021, 10:01 PM IST

Updated : Oct 14, 2021, 11:40 AM IST

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बिलासपुर शहर (Bilaspur City) में नवरात्रि (Navratri) के सातवें दिन शक्ति की आराधना में भक्तजन लीन हो गए हैं. षष्ठी के दिन से शहर के प्रमुख पूजा पंडालों में दुर्गा स्थापना और पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए पंडालों के पट खोल दिए गए हैं. वहीं श्रद्धालुओं द्वारा कोरोना गाइडलाइन (corona guideline) का उल्लंघन किया जा रहा है. इस ओर प्रशासन भी ध्यान नहीं दे रही है.

बिलासपुर: नवरात्रि (Navratri) के पहले दिन से ही शक्ति की आराधना में भक्तजन लीन हो गए है. षष्ठी के दिन से शहर के प्रमुख पूजा पंडालों में दुर्गा स्थापना और पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए पंडालों के पट खोल दिए गए हैं. दुर्गोत्सव देखने शहर के अलावा ग्रामीण अंचल से भी लोगों की भीड़ लग रही है. यह नवरात्रि से विजयादशमी तक भीड़ बनी रहेगी.

ये भीड़ न बन जाए कोरोना स्प्रेडर

एक तरफ प्रशासन कोरोना वायरस (corona virus) के बचाव के लिए तरह-तरह की गाइडलाइन जारी की है. लेकिन महामारी (Epidemic) पर आस्था भारी नजर आ रही है. देवी भक्त नवरात्रि पर्व में मां के दर्शन के लिए मंदिर और पंडालों में नजर आने लगे हैं. सप्तमी की रात देवी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ गया और सभी देवी भक्ति में लीन नजर आए.

बिलासपुर शहर के मुख्य दुर्गा पंडालों में आकर्षक झांकी के साथ ही साज सज्जा की गई है. महामारी की बात करें तो पिछले सालों के मुकाबले इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी नहीं रही, लेकिन श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए अपने घरों से निकले. बाजार इस दौरान पूरी तरह से श्रद्धालुओं से गुलजार रहा. देवी दर्शन के साथ ही लोग बाजार में खरीदारी करते नजर आए.

दुर्गोत्सव समिति के सदस्यों ने बताया कि, जिला प्रशासन ने कोरोना गाइड लाइन का निर्देश इतनी देरी से जारी किया है. जिससे समितियां संशय में रही और अपने तरफ से कुछ तैयारी कर ली थी लेकिन प्रशासन की गाइड लाइन जारी करने के बाद कुछ तैयार हुए झांकियों को हटाया गया है और लोगों से अपील भी की है कि लोग कम संख्या में देवी दर्शन के लिए घरों से निकले ताकि भीड़ जमा न हो और पर्व को सुरक्षित मनाया जा सके.

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मंदिर के पुजारी ने बताया कि, वेदों में इस बीमारी का उल्लेख है और महामारियों से बचाव के उपाय है. जिसे लोगों को अपनाना चाहिए. वैसे तो जिला प्रशासन की सख्ती की वजह से इस बार पंडाल के आसपास बनने वाली झांकियां तैयार तो नहीं की गई, लेकिन कुछ एक जगह में छोटे रूप में झांकी तैयार की गई थी. झांकियां कोरोना से बचाव का संदेश दे रही थी और झांकियों को मास्क पहनाया गया था जो सन्देश दे रही थी कि बिना मास्क कोरोना से बचाव नहीं है. इसके अलावा झांकियों के दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं को समितियां के सदस्य मास्क पहनने की सलाह दे रहे थे.


रावण दहन के लिए गाइडलाइन जारी
जिला प्रशासन ने दशहरा पर्व में रावण दहन को लेकर कई तरह की गाइडलाइन जारी की है. जिसको देखते हुए इस बार बड़े पैमाने पर रावण दहन कार्यक्रमों को बंद कर दिया गया है, लेकिन गली मोहल्लों में छोटे-छोटे रावण दहन की तैयारी लोगों ने की है. जिला प्रशासन ने इसके लिए शहर की कई समितियों की बैठक लेकर निर्देश दिए हैं कि बड़े पैमाने पर रावण दहन कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाए. साथ ही निर्देश दिया गया है कि मैदान की क्षमता के अनुरूप 50 फीसदी ही पब्लिक आने दिए जाएं, जिससे कोरोना महामारी से बचाव हो सके.

लोग से मास्क लगाने की अपील

नवरात्रि पर्व के शुरुआत में जिला प्रशासन ने गाइडलाइन जारी किया था. साथ ही मंदिर समितियों ने भी श्रद्धालुओं से अपील की थी कि, वह इस बार पैदल यात्रा, देवीदर्शन के लिए सड़कों और पंडालों में न जाएं और भीड़भाड़ ना करें. साथ ही जिला प्रशासन ने घरों में ही पर्व को मनाने की सलाह दी थी. बावजूद इसके श्रद्धालु पैदल यात्रा के साथ ही देवी दर्शन के लिए पंडालों तक पहुंच गए और भीड़ बढ़ गई थी.

Last Updated :Oct 14, 2021, 11:40 AM IST
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