बेटे के इलाज के लिए एक बेबस पिता की ये गुहार सुनिए !

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Published : Jun 22, 2022, 5:47 PM IST

Updated : Jun 22, 2022, 5:54 PM IST

child liver disease

बिलासपुर के सरकंडा थाना के आरक्षक के पांच माह के बेटे को लीवर की गंभीर बिमारी है. आरक्षक ने बच्चे के लीवर ट्रांसप्लांट के लिए मदद की गुहार लगाई है.

बिलासपुर: बिलासपुर के सरकंडा थाना के आरक्षक के 5 माह के बेटे का लीवर खराब हो गया है. बच्चे के लीवर ट्रांसप्लांट में डॉक्टर ने 23 लाख रुपए का खर्च बताया है. विभाग की ओर से आरक्षक को 10 लाख रुपए लोन के तौर पर पैसों की मदद हुई है, लेकिन ये इलाज को पर्याप्त नहीं है. आरक्षक अब सामाजिक संगठनों से मदद की गुहार लगा रहा है. इससे पहले भी छत्तीसगढ में दो बच्चों को स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी की बीमारी थी, जिसका इंजेक्शन 16 करोड़ रुपए था. जिनमें एक को कोल इंडिया ने पैसे प्रोवाइड किये और दूसरे को लॉटरी में फ्री में इंजेक्शन मिला. इसी आस में आरक्षक भी अब अपने बच्चे के इलाज की मदद के लिए गुहार लगा रहा (constables son has serious liver disease In Bilaspur ) है.

एक बेबस पिता की गुहार

लीवर ट्रांसप्लांट में 22-23 लाख का खर्च: दरअसल, बिलासपुर जिला के थाना सरकंडा में पदस्थ आरक्षक हितेश जोशी के 4 माह के बच्चे का लीवर ट्रांसप्लांट होना है. लीवर ट्रांसप्लांट का इलाज गंगाराम हॉस्पिटल नई दिल्ली में चल रहा है. लीवर ट्रांसप्लांट में करीब 22-23 लाख रूपये का खर्च आएगा. आरक्षक हितेश जोशी ने उपचार के लिए आर्थिक सहायता दिलाये जाने की गुहार लगा रहा है. आरक्षक हितेश जोशी को बिलासपुर आईजी रतनलाल डांगी ने जल्द-से-जल्द आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया है. आईजी के प्रयास से विभाग की ओर से 10 लाख रुपए का लोन की मदद तो हुई है, लेकिन ये काफी नहीं है. आरक्षक अब अन्य माध्यमों से शासकीय सहायता, स्वास्थ्य विभाग और मुख्यमंत्री सहित सामाजिक संगठनों से आर्थिक मदद की अपील कर रहा है.

कैसे खराब हुआ बच्चे का लीवर: आरक्षक ने बताया कि उसका बेटा जब पैदा हुआ था, तो उसे पीलिया था. बिलासपुर के एक प्रसिद्ध डॉक्टर ने सलाह दी कि बच्चे को धूप में रखने से पीलिया की बीमारी खत्म हो जाएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और महज 3 माह के भीतर ही बच्चे का लिवर खराब हो गया. बच्चे की दादी ने बताया कि वो लगातार दो माह से बिलासपुर के उस डॉक्टर को अपने पोते को दिखाते रहे, लेकिन वो सिर्फ ब्लड जांच करवा कर ठीक स्थिति बताता रहा. डॉक्टर अगर अल्ट्रासाउंड या कोई दूसरी जांच करवाता तो बीमारी का पहले पता चल जाता. आसानी से छोटा सा ऑपरेशन से उनका पोता ठीक हो जाता. इससे बच्चे को तकलीफ भी कम होती. कुछ पैसे में सब कुछ ठीक हो जाता.

बच्चे की मां के लीवर से निकलेगा बच्चे के लिए लीवर: बीमार बच्चे की मां स्वीकृति जोशी ने बताया कि "उसके बच्चे का पीलिया इतना बढ़ गया है कि उसका लीवर पूरी तरह खराब हो रहा है. बच्चे का शरीर पीला होने लगा है. आंखे भी पीली हो रही है और पूरे समय बच्चा रोते रहता है. उसको कभी तकलीफ है. डॉक्टरों ने कहा है कि उसके शरीर से लीवर निकालकर बच्चे को लगाना पड़ेगा. बच्चे और मां दोनों का ऑपरेशन एक साथ होगा. इस प्रक्रिया में काफी पैसे खर्च होंगे. वो चाहती है कैसे भी उसका दूधमुंहे बच्चे की जान बच जाए.

पुलिस विभाग ने की 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद: आईजी बिलासपुर ने रेंज के जिले में पदस्थ पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों और उनके परिजनों की समस्याओं के निराकरण के लिए आईजी कार्यालय में रेंज स्तर पर ‘ऑनलाईन संवाद’ कार्यक्रम आयोजित किया था. इसमें सरकंडा थाना में पदस्त आरक्षक हितेश जोशी ने अपने 5 माह के बेटे का लीवर ट्रांसप्लांट करवाने को आर्थिक मदद मांगी है. आरक्षक ने ट्रांसप्लांट के लिए 23 लाख रुपए खर्च बताया, जिसमें आईजी रतनलाल दांगी ने अधिकारियों को आर्थिक मदद करने के निर्देश दिए थे. आईजी के निर्देश के बाद एसएसपी पारुल माथुर ने पुलिस कल्याण कोष से आरक्षक को 10 लाख रुपए लोन देने के आदेश दिए, जिस पर विभाग ने बिना ब्याज के 10 लाख रुपए बच्चे की मदद के लिए लोन जारी कर दिया है. लेकिन ये राशि इलाज के लिए काफी नहीं है.

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समाजसेवी संस्थाओं से मदद की अपील: पुलिसकर्मी के मासूम बच्चे की जान बचाने के लिए पुलिस अधिकारी अपनी ओर से हरसंभव मदद कर रहे हैं. इसके अलावा आरक्षण हितेश जोशी ने मीडिया के माध्यम से समाजसेवी संस्थाओं और अन्य लोगों से मदद की गुहार लगाई है. जिससे आरक्षक के 4 माह के मासूम बच्चे को बचाया जा सके. डॉक्टरों ने जल्द से जल्द लीवर ट्रांसप्लांट कराने को कहा है. पैसों का इंतजाम करने के लिए कुछ समय दिया है. हितेश ने बताया कि यदि नगदी रकम उसे मिल जाए तो वह दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में इलाज कराएगा. यदि राज्य सरकार या कोई सामाजिक संस्था मदद कर दे तो रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल में इलाज करा लेगा, क्योंकि दोनों जगह उसके बच्चे के इलाज में कुछ अंतर के खर्च में ऑपरेशन हो जाएगा.

पिता ने हर किसी से मांगी मदद: हितेश जोशी अपने 5 माह के बच्चे के इलाज के लिए मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, शहर विधायक सहित अन्य सामाजिक संस्था और समाजसेवियों से मदद की गुहार लगा रहा है. वह चाहता है कि किसी भी तरह उसके 5 माह के बच्चे का इलाज हो जाए और वह स्वस्थ हो जाए. उसने बताया कि विभाग की ओर से उसे मदद जरूर हुई है. लेकिन इतनी मदद में उसके बच्चे का इलाज नहीं हो पा रहा. उसे और पैसे की आवश्यकता है. यह आवश्यकता कोई भी पूरी कर दे तो वह उसका ऋणी रहेगा.

Last Updated :Jun 22, 2022, 5:54 PM IST
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