बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दिव्य दरबार को लेकर कैसे हुए चर्चित, जानिए धीरेंद्र शास्त्री कैसे बने बागेश्वर धाम महाराज
Published on: Jan 20, 2023, 8:13 PM IST |
Updated on: Jan 20, 2023, 8:13 PM IST
Updated on: Jan 20, 2023, 8:13 PM IST

मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में गड़ा गांव में बागेश्वर धाम स्थित है. यहां हनुमानजी का मंदिर है. यहीं पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री रमकथा और दरबार लगाते थे. उनकी रामकथा इतनी लोकप्रिय हुई कि वह जन जन के प्रिय होने लगे. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने खास पहनावे के लिए जाने जाते हैं. इनकी पोशाक में एक खास तरीके की पगड़ी होती है. जो हमेशा चर्चा में रहती है. उसके अलावा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपनी रामकथा और प्रवचन को लेकर खासे सुर्खियों में रहते हैं. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर के गड़ा नामक गांव में हुआ था. अगर इनके माता पिता की बात करें तो इनके माता का नाम सरोज गर्ग है और पिता का नाम राम करपाल गर्ग है. यहीं पर बागेश्वर धाम है. जहां धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हनुमान जी का दिव्य दरबार लगाने का दावा करते हैं. यहीं पर वह प्रवचन देते हैं. इस प्रवचन को सुनने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. चूंकि यह बागेश्वर में दरबार लगाते हैं इसलिए इन्हें बागेश्वर महाराज और बालाजी महाराज के नाम से जाना जाता है. बागेश्वर महाराज के तौर पर विख्यात धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भक्तों का दावा है कि वह अपने चमत्कार के लिए काफी प्रसिद्ध हैं. इतना ही नहीं लोगों की मान्यताएं हैं है कि बागेश्वर धाम में लगी अर्जी कभी फेल नहीं होती है.
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धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

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