कमला नदी में चचरी पुल पार कर मनाया गया छठ पर्व, अस्ताचलमागी सूर्य को व्रतियों ने दिया अर्घ्य
मधुबनी : लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर वातावरण भक्तिमय बना हुआ है. चारो ओर पूजा की धूम व छठ के गीतों का शोर है. नहाय-खाय और खरना से निवृत्त हो छठ व्रतियां आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पण की. सोमवार को व्रातियां उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगी. कमला बलान नदी के परतापुर तट पर लोगों की काफी भीड़ देखने को मिली. छठ व्रत मानने को लेकर परतापुर घाट पर चचरी पुल के सहारे छठ व्रती नदी पार कर व्रत करने पहुंचती हैं. इससे काफी खतरा बना रहता है. वैसे जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से जिला प्रशासन के द्वारा एसडीआरएफ की टीम और गोताखोर की व्यवस्था, पुलिस बल एवं निगरानी रखने के लिए मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटा जा सके. इसके लिए कमला पूजा कमेटी के 51 सदस्यों के द्वारा भी पूर्ण निगरानी रखी जा रही है. कमला पूजा कमेटी के अध्यक्ष वीरू मुखिया ने बताया कि करीब चार से 5000 लोग चचरी पुल के माध्यम से कमला नदी पार कर कमला बलान के परतापुर घाट पर पहुंचते हैं. यहां सुरक्षा व्यव्स्था के पुख्ता इंतजाम रखे गए हैं. पुलिस बल की तैनाती की गई है. एसडीआरएफ की तैनाती भी की गई है. भक्तों के मनोरंजन के लिए आर्केस्ट्रा प्रोग्राम का भी आयोजन किया जाता है. दूर-दूर से लोग इस कमला नदी के परतापुर घाट पर व्रत मनाने के लिए आते हैं.
इसे भी पढ़ें-
जानें क्यों बंद कमरे में व्रती करते हैं खरना, क्या है शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि
छठी मईया के गीत से गूंजा बिहार, भोजपुरी सिंगर कल्पना पटवारी की सुरीली आवाज का छाया जादू
बिहार के सबसे प्रसिद्ध घाटों में से एक है बेलाउर छठ घाट, यहां मनोकामना सिक्का है महत्वपूर्ण