सिवान में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, बसंतपुर PHC में हेल्पर द्वारा बंध्याकरण करने का तस्वीर वायरल

author img

By

Published : Feb 19, 2022, 3:02 PM IST

बसंतपुर पीएचसी में लापरवाही

सिवान के बसंतपुर पीएचसी में एक डॉक्टर की जगह पर (Negligence of Basantpur PHC In Siwan) चतुर्थवर्गीय कर्मचारी द्वारा बंध्याकरण करने का तस्वीर वायरल हो रहा है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. हालांकि, सिविल सर्जन ने मामले की जानकारी होने पर जांच की बात कही है. पढ़िए पूरी खबर....

सिवान: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के गृह जिले सिवान में स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही का (Negligence of Health Department In Siwan)मामला सामने आया है. जहां बसंतपुर पीएचसी में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी (Viral Picture Of Sterilization In Siwan) द्वारा बंध्याकरण ऑपरेशन करते हुए तस्वीर वायरल हुआ है. जिसके बाद से पूरे जिले के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. अभी हाल में ही सीएम के जनता दरबार में सिविल सर्जन के खिलाफ शिकायत का मामला शांत भी नहीं हुआ था और ऐसे में फिर से डॉक्टर की जगह हेल्पर द्वारा बंध्याकरण करने की तस्वीर वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग की एक और लापरवाही उजागर हुई है.

ये भी पढ़ें- बगहा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, बंध्याकरण के बाद मरीजों को भीषण सर्दी में जमीन पर लिटाया

बता दें कि सिवान के बसंतपुर पीएचसी में महिलाओं का बंध्याकरण डॉक्टर के बदले एक चतुर्थवर्गीय कर्मी (हेल्पर) पर करने का आरोप लगाया गया है. आरोपी हेल्पर चंदन कुमार बताया जा रहा है. जब कि बंध्याकरण ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को करना चाहिए लेकिन वह लोग अपनी निजी क्लिनिक चलाने में व्यस्त हैं. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि भगवान भरोसे ही बसंतपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं का बंध्याकरण हो रहा है. ऐसे में कोई बड़ी घटना हुई तो इसका जिम्मेवार कौन होगा? वहीं सदर अस्पताल सिवान भी कई मामलों को लेकर काफी चर्चा में है.

दरअसल, सिवान के सिविल सर्जन यदुवंश शर्मा के कार्यकाल में कई चौंकाने वाले मामले सामने आई है. सदर अस्पताल के पुरुष वार्ड के बेड पर कुत्तों के सोने का मामला, अवैध अल्ट्रासाउंड चलाने वालों से गिफ्ट में स्कॉर्पियो लेने का भी बड़ा आरोप सिविल सर्जन पर लगा है. हालांकि, जब सिविल सर्जन यदुवंश शर्मा से इस मामले में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह गलत है इस पर प्रभारी को जांच के लिए बोला जाएगा और अगर आरोप सिद्ध हुआ तो बिल्कुल कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- बिहार में चिकित्सकों कि कमी के बावजूद, 450 चिकित्सक की नियुक्ति अधर में

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.