महिला महाविद्यालय में खुला नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी का हायर स्टडी सेंटर, उच्च शिक्षा लेना हुआ आसान

author img

By

Published : Nov 25, 2021, 8:43 PM IST

Higher Study Center of Nalanda Open University

रोहतास जिले के डेहरी स्थित महिला महाविद्यालय में नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी का हायर सेंटर (Higher Study Center of Nalanda Open University) खुल जाने से यहां की छात्राएं आसानी से उच्च शिक्षा ले सकेंगी. इससे छात्राएं काफी उत्साहित और खुश हैं.

रोहतास: बिहार के रोहतास जिले के डेहरी स्थित महिला महाविद्यालय में नालन्दा ओपन यूनिवर्सिटी का हायर स्टडी सेंटर (Higher Study Center of Nalanda Open University) खोल दिया गया. इसके खुल जाने से यहां की छात्राएं घर बैठे तमाम कोर्स कर सकेंगी. नालन्दा ओपन यूनिवर्सिटी (Nalanda Open University) का सेंटर खुल जाने से छात्राएं काफी खुश हैं. डेहरी के महिला महाविद्यालय में स्नातकोत्तर में वाणिज्य और विज्ञान की पढ़ाई नहीं होने से इस इलाके की तमाम लड़कियों को आगे की पढ़ाई छोड़नी पड़ती थी, लेकिन हायर स्टडीज सेंटर खुल जाने से छात्राएं आसानी से उच्च शिक्षा ले सकेंगी.

ये भी पढ़ें- बिहार में यूनिवर्सिटी घोटाला को लेकर विपक्ष के निशाने पर नीतीश सरकार, निष्पक्ष जांच की मांग

इस संबंध में कुलसचिव डॉक्टर घनश्याम राय (Registrar Dr. Ghanshyam Rai) ने बताया कि महिला महाविद्यालय से यहां पढ़ाई के लिए प्रस्ताव मिला था. इसके बाद निरीक्षण के साथ ही प्रोस्पेक्टस और कोड भी एलॉट कर दिया गया है. अब साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई यहां हो सकेगी. इसके लिए अनलिमिटेड सीट हैं. नामांकन की संख्या अच्छी होने पर यहां काउंसलिंग क्लास भी शुरू हो सकती है. साथ ही महिलाओं को नामांकन में 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी.

देखें वीडियो

उन्होंने कहा कि कंप्यूटर, बीसीए, बीबीए आदि कोर्स हैं और 40 विषयों में सर्टिफिकेट कोर्स हैं. योग की भी पढ़ाई होगी और इससे जॉब भी प्राप्त होंगे. यहां 15 फैकल्टी हैं. रेगुलर पढ़ाई करते हुए विद्यार्थी सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं. स्टडी मैटेरियल, एग्जाम फीस, काउंसलिंग में अलग से राशि नहीं देना होगा. समाज के कमजोर वर्ग को लाभान्वित करने के लिए ही नालंदा खुला विश्वविद्यालय है. यहां सभी हुनरमंद कोर्स उपलब्ध हैं, इससे स्किल इंडिया मजबूत होगा.

कुलसचिव ने कहा की दूरस्थ शिक्षा को मजबूत करने के लिए 107 कोर्स की पढ़ाई (107 Course Study) होती है. सबके प्रयास से ग्रॉस एनरोलमेंट बढ़ेगा. उन्होंने बताया कि छात्राओं को मैट्रिक का मूल प्रमाण पत्र एवं मार्कशीट का ओरिजिनल स्कैन कॉपी ऑनलाइन नामांकन के लिए देना होगा.

ये भी पढ़ें- जिस पर यूनिवर्सिटी की गरिमा बनाए रखने की जिम्मेदारी, वही क्यों 'भ्रष्टाचार की गंगोत्री' में लगाने लगे डुबकी?

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.