बोले नितिन नवीन, 'भागलपुर में क्षतिग्रस्त पुल मामले की हो रही जांच, दोषियों पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई'

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Published : May 2, 2022, 5:29 PM IST

minister nitin naveen on aguwani bridge in bhagalpur

भागलपुर के सुल्तानगंज में निर्माणाधीन अगुवानी पुल का स्ट्रक्चर आंधी भी नहीं झेल (aguwani Bridge in Bhagalpur) सका. इस पर पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा है कि मामले की जांच चल रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. पढ़ें पूरी खबर..

पटना: पथ निर्माण विभाग कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है. इन सबके बीच गुणवत्ता को लेकर कई बार सवाल खड़े किए जा चुके हैं. पहले भी बाढ़ के समय गोपालगंज में कटाव से पुल बह गया था और कई जगह पुल धंसने की भी खबर आई थी. सुल्तानगंज में गंगा नदी पर बन रहे पुल के सुपर स्ट्रक्चर का आंधी में धराशाई होने के बाद इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे है. ऐसे पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (road construction minister nitin naveen ) का कहना है तकनीकी रिपोर्ट में जो जानकारी दी गई है उसके बाद हमने रुड़की (IIT roorkee ) के विशेषज्ञ और एनआईटी पटना (NIT Patna) के विशेषज्ञों से जांच कराने का फैसला लिया है. यदि गड़बड़ी पाई गई तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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भागलपुर में क्षतिग्रस्त हुए पुल पर नितिन नवीन का बयान: पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Nitin Naveen on damaged bridge in Bhagalpur) ने खास बातचीत में सुल्तानगंज में गंगा नदी पर बन रहे पुल के धराशाई होने पर गुणवत्ता को लेकर उठ रहे सवालों पर कहा कि किसी भी कंपनी को हम लोग सर्टिफिकेट नहीं देते हैं ना देंगे. किसी भी कंपनी को तकनीकी कारणों से ही टेंडर मिलता है. उसकी पूरी प्रक्रिया है. किसी को अगर सवाल उठाना है तो उस प्रक्रिया पर सवाल उठाना चाहिए. टेंडर प्रक्रिया में ट्रांसपेरेंसी अपनायी गयी है.नितिन नवीन ने भागलपुर के सुल्तानगंज में ब्रिज गिरने के कारणों को लेकर कहा कि केवल स्टे स्ट्रक्चर के तहत केबल के माध्यम से पूरे लोड को ट्रांसफर किया जाता है. इसी क्रम में 70% केबल के माध्यम से लोड को ट्रांसफर किया गया था और केवल 30% काम अगले दिन करना था. रात में 12:00 बजे तक काम चला है और सिर्फ काम सुबह करना था. इसी दौरान आंधी में यह घटना घटी है. मैं तकनीकी आधार पर मिले प्राथमिक रिपोर्ट पर ये बता रहा हूं.

"हम लोगों ने आईआईटी रुड़की की टीम को बुलाया है. अगले दो-तीन दिनों में आईआईटी रुड़की की टीम आ जाएगी. एनआईटी पटना की टीम भी वहां पहुंची हुई है. अगले दो-तीन दिनों में उसकी भी फर्स्ट रिपोर्ट हम लोगों को मिल जाएगी. हम आश्वस्त करते हैं कि यदि गुणवत्ता में किसी तरह का कंप्रोमाइज किया गया होगा तो और दोनों रिपोर्ट में से किसी में यह बात आती है तो हम लोगों पर कार्रवाई करेंगे."- नितिन नवीन, पथ निर्माण विभाग

एसपी सिंगला कंपनी पर नितिन नवीन की प्रतिक्रिया: उन्होंने कहा कि अगर पुल के क्षतिग्रस्त होने का कारण तकनीकी है. केबल बैलेंस ब्रिज का विषय है, क्वालिटी को लेकर कोई विषय नहीं है तो फिर उसकी अलग प्रक्रिया है. साथ ही साथ हम यहां आश्वस्त करते हैं कि समय सीमा को लेकर जो तय किया गया था, इस साल के अंत तक जनता को समर्पित करेंगे. ब्रिज इस साल के अंत तक बनकर तैयार होगा. बिहार में एसपी सिंगला कंपनी को गांधी सेतु के समानांतर पुल का निर्माण की जिम्मेवारी दी गई है. उससे पहले मुंगेर में गंगा नदी पर बने पुल की जिम्मेदारी भी दी गई थी और कई बड़े प्रोजेक्ट पर कंपनी काम कर रही है. सुल्तानगंज में जो पुल बन रहा था सिंगला बना रही थी और इसलिए सिंगला कंपनी पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर सरकार एसपी सिंगला पर क्यों मेहरबान है. इस सवाल पर मंत्री नितिन नवीन का कहना है कि कुछ लोगों का यह विषय हो सकता है. हम तो चुनौती देते हैं कि पूरी प्रक्रिया को चुनौती दें. कंपनी एसपी सिंगला हो या एफकॉन हो या कोई भी टेंडर की पूरी प्रक्रिया है. किसी कंपनी को हम लोग इसलिए नहीं रोक सकते हैं कि ज्यादा से ज्यादा काम कर रही है.

10 साल से पुल का हो रहा निर्माण: ताजपुर बख्तियारपुर पुल का निर्माण पिछले 10 सालों से हो रहा है लेकिन आधा अधूरा है. गंगा पथ का निर्माण भी लंबे समय से हो रहा है और दोनों पर हैदराबाद की एक ही कंपनी काम कर रही है. लेकिन कंपनी पर कभी कार्रवाई नहीं हुई. नितिन नवीन का कहना है कि गंगा पथ को लेकर कोई सवाल नहीं आया है. ताजपुर बख्तियारपुर को लेकर जमीन अधिग्रहण का मामला था. फिर मामला कोर्ट में चला गया. नितिन नवीन ने कहा कि हम लोगों ने फिर वर्कआउट किया क्योंकि सरकार की बहुत बड़ी राशि खर्च हो चुकी थी. जनता के लिए फिर से ताजपुर बख्तियारपुर पुल को शुरू करवाया है.

'समय सीमा पर पूरे होंगे सभी कार्य': गंगा पथ 2013 में शुरू हुआ तकनीकी कारणों से विलंब हुआ. हम लोगों ने हुडको से ₹2000 करोड़ का लोन दिलवाया है. स्ट्रक्चरल काम में कई बार तकनीकी कारणों से विलंब होता है. लेकिन कई प्रोजेक्ट जैसे कि अटल पथ 2 सालों में ही बनकर तैयार हो गया, गां धी सेतु का जीर्णोद्धार का कार्य भी तीन-चार सालों में हो गया है. इसी साल जून में दूसरा लेन भी शुरू हो रहा है. कच्ची दरगाह बिदुपुर सिक्स लेन पुल पर भी काम तेजी से चल रहा है. सरकार की मंशा साफ है समय सीमा पर कार्य पूरा हो, इसलिए जो भी तकनीकी समस्या है उसे दूर कर रहे हैं.

कई कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड कर सकती है सरकार: जो कंपनी नियम शर्तों का पालन नहीं कर रहे हैं. समय पर काम पूरा नहीं कर रहे हैं तो ऐसी कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड सरकार करेगी. इस पर नितिन नवीन ने कहा कि यदि समय सीमा पालन नहीं करेंगे तो हम लोग तो करवाई करेंगे लेकिन यदि तकनीकी कारण है जमीन का अधिग्रहण का मामला है तो उसे हम लोग दूर करेंगे. एसपी सिंगला कंपनी पहले भी विवादों में रही है. इनकम टैक्स का छापा भी पड़ चुका है. अब सुल्तानगंज में गंगा पर बनाए जा रहे पुल के धराशाई होने से कंपनी फिर से सवालों के घेरे में आ गयी है.

23 फरवरी 2014 को रखी गयी थी आधारशिला: बता दें कि भागलपुर के सुलतानगंज में बन रहा अगवानी पुल मामूली आंधी और बारिश में ही ढह गया. करीब 1,710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा यह पुल शुक्रवार को धराशायी हो गया. हालांकि इस हादसे जानमाल का नुकसान तो नहीं हुआ लेकिन सरकारी खजाने से करोड़ों रुपये की क्षति हुई है. अगुवानी पुल बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है.

गंगा नदी पर बन रहे अगवानी-सुल्तानगंज पुल पर करीब 1,710 करोड़ रुपयों की लागत आई है. इसकी कुल लंबाई तकरीबन 3.160 किलोमीटर है. इस पुल की आधारशिला 23 फरवरी 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में सीएम नीतीश कुमार ने रखी थी. 9 मार्च, 2015 को उन्होंने पुल निर्माण का काम शुरू करने के लिए उद्घाटन किया था. खगड़िया की ओर से 16 किलोमीटर और सुल्तानगंज की ओर से चार किलोमीटर लंबे एप्रोच रोड का निर्माण चल रहा है.

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